लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने खलिस्तानियों के प्रदर्शन के दौरान भारतीय राष्ट्र ध्वज की रक्षा करने वालाे छात्र सत्यम सुराना ने बताया कि उसने इससे पहले कभी भी भारतीय ध्वज का इस तरह से अपमान होते हुए नहीं देखा था। उन्होंने कहा कि उनकी अंतरात्मा ने उन्हें तिरंगे की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया था।
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के छात्र सत्यम ने कहा, ‘मैंने भारतीय ध्वज का अपमान होते हुए देखा। एक महिला पुलिस अधिकारी जानबूछ कर तिरंगे पर खड़ी थी। मैंने झंडा उठाया और वहां से निकल गया। मैंने इस तरह से कभी भी भारतीय झंडे का अपमान होते हुए नहीं देखा। मेरी अंतरात्मा, मेरा दिमाग इसे देखकर हैरान था और इसी ने मुझे आगे बढ़ने और वह करने के लिए प्रेरित किया, जो मैंने किया।’
भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन के दौरान तिरंगे का अपमान सोमवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का एक झुंड ने बैरिकेड तोड़कर घुसने की भी कोशिश की थी। प्रदर्शनकारियों के हाथों में भारतीय ध्वज के साथ गौमूत्र भी था। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
खालिस्तानी समर्थकों में से एक ने भारतीय उच्चायोग के सामने खड़े होकर भारत विरोधी और सुनक विरोधी भाषण देने के बाद तिरंगे को जमीन पर फेंक दिया। सत्यम उस समय वहां मौजूद था। खालिस्तानियों के आगे बढ़ते ही उसने झंडे को उठा लिया। इस हरकत से कुछ खालिस्तानी भड़क गए और उसे रोकने लगे। हालांकि, स्थिति को शांत करने के लिए वहां पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
सत्यम ने कहा, ‘भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन हो रहा था। जब मैं वहां देखने पहुंचा तो मुझे पता चला कि ये खालिस्तानी समर्थक थे जो नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कुछ लोगों के हाथों में भारतीय झंडा भी था, जिसे लेकर वे उच्चायोग की तरफ बढ़ रहे थे। उन्होंने झंडे को नीचे गिराया और उसे अपवित्र करने लगे।’ सत्यम ने बताया कि उसकी इस हरकत से उसके परिवार वाले खुश है, लेकिन उन्हें फिलहाल उसकी सुरक्षा की चिंता हो रही है।