लखनऊ। मुख्य चुनाव आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग के साथ समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, के.के. श्रीवास्तव तथा डॉ0 हरिश्चन्द्र यादव ने बैठक की है। बैठक में प्रतिनिधिमण्डल ने मांग की है कि विधान सभा चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराये जाए।
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ज्ञापन देकर समाजवादी पार्टी ने की मांग
- 80 वर्ष से अधिक आयु और दिव्यांग मतदाताओं की सूची विधान सभावार, मतदेय स्थलवार उपलब्ध कराई जाए।
- ऐसे मतदाताओं की संख्या करीब 40 लाख है। 05 जनवरी 2022 को मतदाता सूची के अन्तिम प्रकाशन के साथ यह सूची भी दी जाए।
- 2022 विधान सभा चुनाव में ऐेसे मतदाताओं को पहली बार उनको घर से मतदान का विकल्प दिया जा रहा है।
- क्रिटिकल मतदेय स्थलों की सूची विधान सभावार, मतदेय स्थलवार उपलब्ध कराई जाय तथा राजनैतिक दलो से सुझाव एवं आपत्ति ली जाय।
- निर्वाचन के समय शान्ति भंग के लिए चिन्हित किये गये लोगो की सूची विधान सभावार, मतदेय स्थलवार दी जाय।
- चुनाव घोषणा में मात्र कुछ दिन शेष बचे हैं भाजपा नेताओं की जनसभाओं में सरकारी मशीनरी एवं धन का दुरूपयोग किया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग को इस पर रोक लगाना चाहिए।
- चुनावों की घोषणा होते ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का सख्ती के साथ पालन सुनिश्चित कराया जाय।
- प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को आदर्श आचार संहिता का कडाई के साथ पालन करने का निर्देश दिया जाय।
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मतदाता सूची से डुप्लीकेट नाम हटाने की कार्यवाही हो
मतदाता सूची में बहुत बडी संख्या में डुप्लीकेट मतदाता प्रत्येक विधान सभा में कई मतदेय स्थल पर दर्ज पाये गये है। जो गम्भीर व चिन्ताजनक है। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश में मतदाताओ को चिन्हित किया गया, आगामी विधान सभा निर्वाचन 2022 स्वतंत्र एवं निष्पक्ष सम्पन्न कराने के लिए मतदाता सूची से डुप्लीकेट नाम हटाने की कार्यवाही करके मतदाता सूची को त्रुटि रहित बनाने का काम करे जिससे कि फर्जी मतदान पर रोक लग सके।
प्रत्याशी घोषित होने पर एक बार ही सुझाव छपवाया जाए
समाजवादी पार्टी की मांग है कि, आपराधिक मामलों वाले प्रकरणों के सम्बन्ध में पार्टी प्रमुख द्वारा प्रत्याशी घोषित होते ही 48 घण्टो के अन्दर समाचार पत्र, सोशल मीडिया, पार्टी वेबसाइट व टीवी पर तीन बार लगातार छपवाना पड़ता है, जिस पर बहुत अधिक धनराशि खर्च होती हैं। अत्याधिक धनराशि खर्च होने के कारण आयोग से अनुरोध है कि प्रत्याशी द्वारा और प्रमुख द्वारा तीन बार के स्थान पर एक ही बार सुझाव के तौर पर छपवाने के आदेश जारी कर दिये जाये तो उचित होगा।
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मतगणना समाप्त हो जाने के बाद यदि किसी प्रत्याशी द्वारा वी0वी0 पैट के 50 प्रतिशत से अधिक वी0वी0 पैट की गणना दुबारा कराये जाने की मांग की जाती है तो उस पर अनिवार्य रूप में दुबारा वी0वी0 पैट की गणना कराई जाय।