हिंदू धर्म में नवरात्रि के नौ दिनों का बहुत महत्व है। हर दिन नवदुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।नौ दिवसीय नवरात्रि में छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि देवी ने ऋषि कात्यायन की पुत्री के रूप में जन्म लिया था, इस कारण उनके इस स्वरूप का नाम कात्यायनी पड़ा।
माता कात्यायनी का जन्म दुष्ट असुर के संहार करने के लिए हुआ था। उनका चार भुजाएं हैं, जिसमें एक भुजा में तलवार और दूसरी भुजा में कमल है। अन्य दो भुजाओं वरद मुद्रा में हैं। गले में सफेद फूलों की माला है। माता कात्यायनी को युद्ध की देवी माना जाता है। छठे दिन नवरात्रि पूजा की शुरुआत माता कात्यायनी के कुछ मंत्रों के जाप से करें। साथ ही अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रियजनों को छठे दिन की शुभकामनाएं भेजें।