नई दिल्ली। तमिलनाडु में जल्लीकट्टू इवेंट के दौरान एक बार फिर कई लोग घायल हुए हैं. जिनमें तमिलनाडु पुलिस का एक जवान भी शामिल है. घायलों को मदुरै जिले के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हर साल बैलों के साथ ये खतरनाक खेल
राज्य में हर साल बैलों के साथ ये खतरनाक खेल होता है. जिसमें कई लोगों की जान गई है और हर साल कई बुरी तरह घायल भी हो जाते हैं. कुछ दिन पहले मदुरै में आयोजित इस जल्लीकट्टू इवेंट के दौरान एक 18 साल के युवक की मौत हो गई थी.
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ये युवक इस इवेंट में एक दर्शक के तौर पर मौजूद था, तभी एक सांड ने उसे आकर सींग मार दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. इस दौरान भी कई लोग घायल हुए थे. जिसमें दर्शक और बैलों को पकड़ने वाले प्रतियोगी शामिल थे.
विवादों में रहा है जल्लीकट्टू
तमिलनाडु में होने वाले इस सांडों के खतरनाक खेल को लेकर विवाद भी खूब हुआ है. इस पर प्रतिबंध को लेकर लगातार आवाजें उठती आई हैं. क्योंकि लोगों का कहना है कि जानवरों के साथ ऐसा खेल जानलेवा है, साथ ही ये उन सांडों के लिए भी खतरनाक है.
सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे खतरनाक मानते हुए इस पर रोक लगाने का आदेश दिया था, लेकिन केंद्र की तरफ से इस खेल को हरी झंडी दी गई. रोक के बावजूद लगातार ये खेल जारी रहा. इसे लेकर राजनीति भी जमकर होती है. क्योंकि जल्लीकट्टू राज्य के लोगों से जुड़ा हुआ है.
सांडों को काबू में करने का खेल
तमिलनाडु के लोग इस इवेंट में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. इसके लिए कई आकर्षक इनामों की घोषणा भी की जाती है. जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा सांडों को कंट्रोल करता है, वो विजेता कहलाता है.
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खेल में कई सांडों को एक खुले मैदान में छोड़ दिया जाता है, जिसके बाद खिलाड़ी उन्हें काबू में करने की कोशिश करते हैं. गुस्साए सांड इस दौरान खिलाड़ियों को घायल भी कर देते हैं, वहीं कई बार ऐसा भी हुआ है कि सांड दर्शकों के बीच पहुंच जाता है.