प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हाल ही में समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, यातायात निदेशालय को निर्देश दिए थे कि हादसे रोकने के लिए सभी संभव कदम उठाए जाएं।
सड़क पर स्टंट कर अपनी और दूसरों की जान खतरे में डालने वालों को पुलिस अब हार्ले डेविडसन और बीएमडब्ल्यू बाइक से पकड़ेगी। इसके लिए यातायात निदेशालय ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। वहीं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए हैं कि हादसे रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हाल ही में समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, यातायात निदेशालय को निर्देश दिए थे कि हादसे रोकने के लिए सभी संभव कदम उठाए जाएं। यातायात निदेशालय ने सड़क सुरक्षा कोष से जरूरी उपकरण खरीद का प्रस्ताव दिया है। इसके तहत आठ हार्ले डेविडसन और बीएमडब्ल्यू जैसी हाइटेक बाइक एक करोड़ 68 लाख की कीमत से खरीदी जाएंगी। यह बाइक सड़क पर स्टंट करने वालों को पकड़ने में सहायक साबित होंगी। जिससे हादसे नियंत्रित होंगे।
इसी प्रकार प्रदेश में 10 स्थानों पर 74 लाख के खर्च से रडार स्पीड साइन बोर्ड और कैमरा लगाया जाएगा, जिससे चालान की कार्रवाई भी आसान होगी। पुलिसकर्मियों को प्रवर्तन कार्रवाई के लिए 14.76 लाख की कीमत से बॉडी वार्न कैमरा दिए जाएंगे। कई खतरनाक मोड़ पर हादसे रोकने के लिए यातायात निदेशालय 9.55 लाख के बजट से 147 कॉन्वेक्स मिरर लगाएगा। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के कंधे पर लगाने के लिए 1243 शोल्डर लाइट खरीदी जाएंगी।
सभी जिलों में ड्रोन से भी कार्रवाई
मुख्य सचिव की बैठक में यातायात निदेशालय ने ये भी प्रस्ताव दिया है कि सभी 13 जिलों में यातायात सुधार को प्रवर्तन की कार्रवाई ड्रोन की मदद से भी की जाएगी। इसके लिए 70 लाख रुपये के ड्रोन खरीदे जाएंगे।
दुर्घटना में मदद करने वालों को पुलिस विभाग गुड सेमेरिटंस पुरस्कार योजना चला रहा है, जिसके तहत घायल को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान कराने, अस्पताल पहुंचाने, एंबुलेंस न मिलने पर अपने वाहन से पहुंचाने, आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करने, आर्थिक मदद करने वाले 67 लोगों को पुरस्कार राशि दी गई।