व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि यह शिखर वार्ता 11 अप्रैल को होगी क्योंकि तीनों नेता इंडो-पैसिफिक और उससे आगे त्रिपक्षीय सहयोग का विस्तार करना चाहते हैं।
दुनिया में चीन, रूस और उत्तर कोरिया की बढ़ती खेमेबंदी को देखते हुए अमेरिका भी अपने गुट को मजबूत करने में जुटा हुआ है। अब वह फिलीपींस और जापान के साथ पहली त्रिपक्षीय शिखर वार्ता करने जा रहा है। तीनों देशों के नेता त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए 11 अप्रैल को यहां मिलेंगे। इसके मेन एजेंडे के रूप में चीन के बढ़ते खतरे पर फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही समावेशी आर्थिक विकास, उभरती प्रौद्योगिकियों और भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति व सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग पर चर्चा करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने सोमवार को बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन जापानी पीएम फुमियो किशिदा और फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर मार्कोस जूनियर की मेजबानी करेंगे। व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि यह शिखर वार्ता व्हाइट हाउस में होगी क्योंकि तीनों नेता इंडो-पैसिफिक और उससे आगे त्रिपक्षीय सहयोग का विस्तार करना चाहते हैं।
इन मुद्दों पर चर्चा होगी
उन्होंने कहा, ‘शिखर सम्मेलन में तीनों नेता समावेशी आर्थिक विकास और उभरती प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए त्रिपक्षीय सहयोग, स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं और जलवायु सहयोग को आगे बढ़ाने और भारत-प्रशांत और दुनिया भर में शांति और सुरक्षा को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।’
अंतरराष्ट्रीय कानून को बरकरार रखने पर जोर
जापानी पीएम जीन पियरे का कहना है, ‘राष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय कानून को बरकरार रखने और स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने की अमेरिका की प्रतिबद्धता पर जोर देंगे।’
चीन की आलोचना
अमेरिका, जापान और फिलीपीन ने क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता की आलोचना की है। खासकर दक्षिण चीन सागर को लेकर क्योंकि चीन इस पर अपना दावा करता है। बीजिंग और फिलीपींस के बीच लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है।