हिंडनबर्ग विवाद के बाद आलोचना का सामना कर रहे गौतम अडानी समूह ने एक अहम ऐलान किया
हिंडनबर्ग विवाद के बाद आलोचना का सामना कर रहे गौतम अडानी समूह ने एक अहम ऐलान किया है। अडानी समूह की कंपनी अडानी एयरपोर्ट्स ने कहा है कि वो आगे भी एयरपोर्ट के लिए बोली लगाता रहेगा। अडानी एयरपोर्ट्स के सीईओ अरुण बंसल ने कहा कि कुछ वर्षों में सरकार द्वारा लगभग एक दर्जन से अधिक हवाईअड्डों का निजीकरण करने की उम्मीद है और समूह इस तरह की बोली में भाग लेगा।
क्या कहा सीईओ ने
बंसल ने कहा कि अडानी एयरपोर्ट्स देश के एविएशन इंडस्ट्री में तेजी से आगे बढ़ रहा है और ज्यादा से ज्यादा विस्तार करना चाहता है। बंसल के मुताबिक नवी मुंबई हवाई अड्डा दिसंबर 2024 तक परिचालन शुरू कर देगा। नवी मुंबई हवाई अड्डे के पहले चरण में यात्रियों को संभालने की क्षमता 20 मिलियन होगी। वहीं, अडानी एयरपोर्ट्स, मुंबई हवाईअड्डे का संचालन कर रहा है।
आपको बता दें कि अडानी ग्रुप के 7 हवाई अड्डे हैं। इनमें घरेलू यात्रियों में 92 प्रतिशत और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में 133 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इसी तरह, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में क्रमश: 58 प्रतिशत और 61 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
केंद्र सरकार की योजना
केंद्र सरकार हवाईअड्डों पर अगले दो वर्षों में लगभग 980 बिलियन ($12 बिलियन) खर्च करने की योजना बना रही है। दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते एविएशन मार्केट का लक्ष्य मौजूदा 148 हवाईअड्डों की संख्या को बढ़ाकर 2025 तक 220 करना है, जिसके लिए निजी बिल्डर्स लगभग 9 अरब डॉलर का निवेश करेंगे और बाकी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण लाएंगे।