कांग्रेस पार्टी को आज एक ओर बड़ा झटका लगा है। स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी के पौत्र सीआर केसवन ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। केसवन ने कांग्रेस का साथ छोड़ने के साथ ही कई बड़े आरोप भी लगाए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष को लिखा पत्र
सीआर केसवन ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे अपने त्यागपत्र में कांग्रेस पार्टी पर कई बड़े आरोप भी लगाए हैं। केसवन ने कहा कि मैं विदेश से भारत केवल देश की सेवा करने के लिए लौटा था, लेकिन अब वो मौका मुझे इस पार्टी में नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने इसी के साथ तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी के रूप में और पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
2001 में हुए थे कांग्रेस में शामिल
सीआर केसवन ने कांग्रेस पार्टी का हाथ वर्ष 2001 में थामा था। केसवन तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान के उपाध्यक्ष, प्रसार भारती बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय परिषद सदस्य और एक राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट के रूप में भी केसवन अपनी सेवाएं कांग्रेस पार्टी को दे चुके हैं।
दूसरी पार्टी में जाने के पत्ते नहीं खोले
केसवन ने अपने त्यागपत्र में यह भी साफ किया कि वे अभी अपने आगे के राजनीतिक सफर के बारे में नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी सभी लोग अटकलें लगा रहे होंगे कि वो किस पार्टी में जा रहे हैं, लेकिन अभी उन्होंने इस बारे में नहीं सोचा है।