रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते हुए काफी वक्त बीत गया है। लेकिन अब दोनों देशों के बीच कोई सुलह नहीं हो पाई है। हालांकि इस युद्ध के बीच अब डर्टी बम की एंट्री हो गई है। रूस ने यूक्रेन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
रूस ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन के तथाकथित डर्टी बम का मामला उठाया। रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन डर्टी बम के जरिए उसे उकसाने की कोशिश कर रहा है। मॉस्को ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र को इन आरोपों का विवरण देते हुए एक पत्र भेजा और रूस ने सुरक्षा परिषद के साथ एक बंद बैठक में यह मुद्दा उठाया। साथ ही इसे लेकर दुनिया को भी चेताया।
पूरी दुनिया के लिए हो सकता है खतरा- दिमित्री पोलांस्की
संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दिमित्री पोलांस्की ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि मुझे लोगों से यह कहने में कोई आपत्ति नहीं है कि अगर ऐसा होता है तो यह एक विनाशकारी आपदा है, जिससे पूरे ग्रह को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि सबूत खुफिया जानकारी में थे, जिसे पश्चिमी समकक्षों के साथ आवश्यक स्तर की मंजूरी के साथ साझा किया गया था।
क्रेमलिन के प्रवक्ता ने दिया बयान
वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मंगलवार को रूस के आरोपों को दोहराया और कहा कि पश्चिमी देश भले ही इन आरोपों को खारिज करते रहें। लेकिन यूक्रेन को हमारे खिलाफ एक परमाणु हथियार का उपयोग करने के लिए मजबूर किया जा सकता है।
पश्चिमी देशों ने आरोपों को किया खारिज
रूस ने कीव पर आरोप लगाया कि उसने दो संगठनों को एक डर्टी बम बनाने का आदेश दिया। एक विस्फोटक उपकरण में रेडियोधर्मी सामग्री लगी हुई थी। हालांकि, फ्रांस, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इन आरोपों को पारदर्शी रूप से झूठा कहकर खारिज कर दिया है। साथ ही वाशिंगटन ने रूस को चेतावनी दी है कि किसी भी परमाणु उपयोग के लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।