उत्तराखंड दौरे के दौरान अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर में पहुंचे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी मां के पांव छूकर आशीर्वाद लिया. वहीं बेटे को काफी दिन के बाद देखकर सीएम योगी की मां सावित्री काफी खुश नजर आईं. उन्होंने अपने बेटे योगी आदित्यनाथ के सिर पर हाथ रख आशीर्वाद दिया.
बता दें कि देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने और इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने के कारण योगी आदित्यनाथ पिछले पांच सालों में अपने गांव नहीं आ पाए थे. इस बीच 2020 में उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का भी निधन हो गया. योगी फिर भी अपने गांव नहीं आ पाए. हालांकि उनके परिवारी लोग योगी से मिलने लखनऊ जाते रहे हैं, लेकिन मां से मिलने की उसकी इच्छा हमेशा बनी रही. यूपी में दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्होंने गांव आकर मां से आशीर्वाद लेने की बात कही थी.
अपने गुरु अवेधनाथ की प्रतिमा का अनावरण
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय परिसर में अपने गुरु महंत महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया.
…जब सीएम योगी के छलके आंसू
इस कार्यक्रम में संबोधन के दौरान सीएम योगी अपने माता-पिता और गुरु अवैद्यनाथ को यादकर भावुक हो गए थे. उनकी आंसू छलक आए थे. सीएम योगी ने कहा कि आज गुरु की मूर्ति का अनावरण करने और अपने स्कूली गुरुओं का सम्मान करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ. मैं 35 साल बाद अपने गुरुओं से मिल पा रहा हूं. मैं आज जो कुछ भी हूं माता-पिता और गुरु अवेद्यनाथ की वजह से हूं.
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत भी आदि उपस्थित रहे. बता दें कि योगी आदित्यनाथ पांच मई को हरिद्वार में परिसंपत्तियों के बंटवारे में उत्तराखंड के हिस्से में आए अलकनंदा होटल को राज्य को समर्पित करेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश के होटल का उद्घाटन करेंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे.