सूर्योदयः– प्रातः 06:30:52
सूर्यास्तः– सायं 05:30:11
विशेषः– मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।
विक्रम संवतः– 2078
शक संवतः– 1943
आयनः– दक्षिणायन
ऋतुः– शिशिर ऋतु
मासः– माघ माह
पक्षः– शुक्ल पक्ष
तिथिः– सप्तमी तिथि 08:19:41 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं।
नक्षत्रः– भरणी नक्षत्र 21:48:00 तक तदोपरान्त कृतिका नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं।
योगः– शुक्ल 17:04:14 तक तदोपरान्त ब्रह्मा
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:35:00 से 01:58:00 तक
दिशाशूलः– आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहु काल 03:20:00 से 04:43:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
Astrologer Dr. Trilokinath