कानपुर। अरबपति इत्र कारोबारी पीयूष जैन के अलग-अलग ठिकानों पर अब तक हुई छापेमारी में 257 करोड़ से ज्यादा कैश और भारी मात्रा में सोना-चांदी बरामद की गई है. साथ ही कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं. वहीं अब पीयूष जैन के खिलाफ अब केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी का भी शिकंजा कसता दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी पीयूष जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज करने की तैयारी में है.
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करोनो जांच के बाद कोर्ट में पेश
बता दें कि, रविवार को पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद पीयूष की पहली रात कानपुर के काकादेव थाने में गुजरी. वहीं हैलट में मेडिकल कराने के बाद पीयूष को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट में पेश करने के लिए गई है। पेशी के दौरान पीयूष जैन की आंखों से आंसू छलक पड़े। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) अहमदाबाद की टीम स्पेशल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड की मांग करेगी। यदि जांच टीम को ट्रांजिट रिमांड मिलती है, तो पीयूष जैन को अहमदाबाद ले जाकर पूछताछ करेगी।
कन्नौज में निकल रहा ‘कुबेर का खजाना’
पीयूष जैन के कन्नौज स्थित आवास से दीवारे, अलमारियां, सीलिंग, तहखाने कैश, सोने और चांदी की सिल्लियां उगल रही हैं। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज स्थित आवास से लगभग 110 करोड़ रुपया कैश मिल चुका है। इसके साथ लगभग 25 किलो सोना और 150 किलो चांदी बरामद हुई है। वहीं कानपुर स्थित आंदनपुरी बंगले से जांच टीम ने 177 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे।
कानपुर में 30 पेटियों में रखा था पैसा
कानपुर में पीयूष जैन के घर पर छापेमारी के बाद पहली खेप में 13 पेटी में पैसा रखा गया था, वहीं दूसरी खेप में 17 पेटियों में पैसा रखकर रिजर्व बैंक में जमा किया गया है। पीयूष जैन के घर में एक तहखाना भी मिला है, जिसमें भी करोड़ों की संपत्ति मिली है। कानपुर और कन्नौज में इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर के अलावा कन्नौज में इत्र कारखाने, कोल्ड स्टोरेज चेन, पेट्रोल पंप हैं। मुंबई में पीयूष का घर, हेड ऑफिस और शोरूम भी है। उसकी कई कंपनियां मुंबई में पंजीकृत हैं। पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं। पीयूण जैन का मुंबई शोरूम देश-विदेश में परफ्यूम बेचता है।
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ईडी मुख्यालय के वरिष्ठ सूत्र के मुताबिक अब इसी मामले को आधार बनाते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी भी इस मामले को टेकओवर करने वाली है. यानी जीएसटी इंटेलिजेंस द्वारा जो मामला दर्ज किया गया है, उसी केस के आधार पर आगे ईडी की टीम तफ़्तीश करेगी. हालांकि इस मामले में ईडी की टीम फिलहाल फाइनल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. जब जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम छापेमारी के बाद तमाम बरामदगी और उससे जुड़े रिपोर्ट को तैयार करेगी, उसके बाद ईडी के साथ जीएसटी के अधिकारी द्वारा उसकी रिपोर्ट को साझा किया जाएगा. इनकम टैक्स की टीम कई बेनामी संपत्ति के बारे में आगे तफ़्तीश कर रही है.
दुबई और मुंबई के आलीशान फ्लैट रडार पर
जीएसटी इंटेलिजेंस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान करीब तीन सौ करोड़ की प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज की कॉपी भी बरामद की गई है. जिसे अब विभिन्न जांच एजेंसियां अपने तरीके से तफ़्तीश करेंगी. उन प्रॉपर्टी को कैसे खरीदा गया? उन सभी प्रॉपर्टी की अनुमानित बाजार मूल्य क्या है? क्या पीयूष जैन का किसी राजनीतिक दल या राजनीतिक हस्तियों के साथ विशेष कनेक्शन रहा है या उन राजनीतिक हस्ती के कालेधन (Black Money) को पीयूष जैन सफेद करने में जुटा था? इस तरह के कई सवालों का जवाब भी ढूंढने में जांच एजेंसी जुट गई है.
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हालांकि बात अगर कन्नौज की करें या कानपुर की करें, वहां पीयूष जैन या उसके परिजनों को जानने वाले उसे बेहद साधारण इंसान के तौर पर जानते हैं. कभी भी कोई राजनीतिक नेताओं के साथ या कार्यक्रम में ज्यादा नहीं देखा गया, हालांकि फिर भी तफ़्तीश हर एंगल से की जा रही है.