पाकिस्तान में हाईजैक हुई जाफर एक्सप्रेस ट्रेन कहां खड़ी है? इस बारे में जानकारी सामने आई है और पता चला है कि ट्रेन पर हमला बेहद दुर्गम इलाके में किया गया है। ऐसा इलाका जहां लोगों को पीने के लिए पानी तक नहीं मिलेगा। आइए घटनाक्रम की इनसाइड स्टोरी और ताजा अपडेट्स जानते हैं…
Pakistan News: पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाईजैक किया हुआ है। इस ट्रेन में ब्लास्ट करके 400 से ज्यादा लड़ाकों ने इस पर कब्जा कर लिया। क्वेटा से पेशावर जाने के लिए निकली यह ट्रेन इस समय क्वेटा से लगभग 157 किलोमीटर दूर मश्कफ सुरंग के पास खड़ी है। हमलावरों ने ट्रेन में सवार 425 लोगों को बंधक बनाया था, इसमें से 155 लोगों को उन्होंने रिहा कर दिया है। ट्रेन में सवार 214 पाकिस्तानी और ISI सैनिकों को बंधक बनाया हुआ है। इन बंधकों में से 30 सैनिकों की उन्होंने हत्या कर दी है। वहीं पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि 27 बलूच लड़ाकों को उन्होंने ढेर कर दिया है। आइए इस घटनाक्रम से जुड़े अब तक के अपडेट्स जानते हैं…
1. जाफर एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन मंगलवार सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी। डेढ़ बजे के करीब इसे सिबि स्टेशन पर पहुंचना था। इस ट्रेन के लिए लगभग 750 यात्रियों की बुकिंग हुई थी, लेकिन ट्रेन करीब 450 लोगों को लेकर क्वेटा से रवाना हुई। इस ट्रेन में 200 से अधिक सेना, पुलिस और ISI के जवान भी थे, जो क्वेटा में तैनात थे, लेकिन पेशावर के लिए रवाना हुए थे।
2. बलूच लड़ाकों ने क्वेटा के पास बोलान दर्रे में माशकाफ में टनल नंबर 8 के पास गुडालार और पीरू कुनरी के बीच ट्रेन पर हमला किया। लड़ाकों ने टनल नंबर 8 में पटरी को उड़ा दिया, इससे ट्रेन डिरेल हो गई। फिर लड़कों ने ट्रेन पर फायरिंग की। इसमें ट्रेन के ड्राइवर समेत 8 सुरक्षाकर्मी मारे गए, लेकिन अभी तक मृतकों की सही संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
3. बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एक्टिव अधिकारी और एजेंट शामिल हैं, जो पंजाब प्रांत जा रहे थे। करीब 214 अधिकारी और कर्मचारी हैं, जो इस समय बलूच लड़ाकों के कब्जे में हैं।
4. मंगलवार देर रात तक 104 यात्रियों को बलूच लड़ाकों ने ट्रेन से उतार दिया और पनीर रेलवे स्टेशन पर जाने को कहा। इनमें 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल थे। एक रिलीफ ट्रेन ने उन्हें पनीर रेलवे स्टेशन से मच स्टेशन पर पहुंचाया, जहां से उन्हें उनके घर भेज दिया गया।
5. BLA ने बयान जारी करके बंधक बनाए गए लोगों को युद्धबंदी बताया। इनके बदले पाकिस्तान की जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादी नेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग की। मांग पूरी करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।
6. पाकिस्तान रेलवे ने जाफर एक्सप्रेस पर आतंकवादी हमले के बाद पंजाब और सिंध से बलूचिस्तान और इसके आस-पास के इलाकों में ट्रेनों की आवाजाही निलंबित कर दी है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी आमिर अली बलूच ने डॉन को बताया कि ट्रेनें और मालगाड़ियां तब तक निलंबित रहेंगी, जब तक एरिया को खाली नहीं करा लिया जाता।
7. BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड ने ट्रेन केा हाईजैक किया है। माशकाफ, धादर और बोलान दर्रे में यह ऑपरेशन चलाया गया। इस ब्रिगेड को फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन मिला हुआ है। हमलावरों ने धमकी दी है कि अगर पाकिस्तानी सेना ने हमला किया तो वे सभी 214 बंधकों को मार देंगे। इस कत्ल-ए-आम की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना की होगी। आत्मघाती हमलावर विस्फोटक जैकेट पहने हुए हैं।
8. बलूच लड़ाकों ने ट्रेन को क्वेटा से 157 किलोमीटर दूर बोलान दर्रे की मशफाक टनल में हाईजैक किया है। यह बेहद दुर्गम इलाका है। यहां चारों तरफ पत्थर ही पत्थर हैं। 17 सुरंगें हैं। यहां मोबाइल नेटवर्क नहीं होता। सुरंगों से गुजरते समय ट्रेन की स्पीड स्लो हो जाती है, इसका फायदा उठाकर ही ट्रेन को हाइजैक किया गया।
9. पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक को अपनी तरह की पहली घटना बताया जा रहा है, क्योंकि इससे पहले आतंकवादियों ने कभी भी हमला करने, पूरी ट्रेन कब्जाने या ट्रेन में सवार लोगों को बंधक बनाने का प्रयास नहीं किया था।
10. सूत्रों के मुताबिक, BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग बलूचिस्तान देश बनाना है। बलूचिस्तान से चीन का CPEC प्रोजेक्ट गुजरता है। लगभग 500 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट का बलूच आर्मी विरोध करती है। जवाबी कार्रवाई में ग्वादर पोर्ट पर स्थानीय बलूच लोगों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। चीन बलूचिस्तान को कब्जाना चाहता है।
11. पिछले 4 साल में बलूच लड़ाकों के 76 हमलों में 1156 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं। 16 फरवरी 2023 को भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था। 2 लोगों की मौत हुई थी। ट्रेन चिचावतनी रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी कि धमाका हो गया था। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी।