ताइवान और चीन के बीच तनाव तनाव बढ़ता ही जा रहा है। चीन अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। अब एक बार फिर चीन ने ताइवान की सीमा के आसपास 12 चीनी सैन्य विमानों और आठ नौसैनिक जहाजों को भेजा है। अब ताइवान ने PLA गतिविधि पर नजर रखने के लिए सख्त कदम उठाएं हैं। जून से अब तक 152 बार चीनी सैन्य विमानों का पता लगाया।
ताइवान और चीन के बीच युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। अब एक बार ताइवान ने अपनी सीमा के आसपास 12 चीनी सैन्य विमानों और आठ नौसैनिक जहाजों को डिटेक्ट किया। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय ने इस मामले को लेकर एक्स पर बयान शेयर किया है।
रक्षा मंत्रालय ने लिखा, 12 चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) विमानों में से सात ने ताइवान के एडीआईजेड एयर डिफेंसआइडेंटिफिकेशन जोन में एंटर किया। इसके बाद ताइवान ने PLA गतिविधि पर नजर रखने के लिए विमान और नौसैनिक जहाज भेजे।
जून में डिटेक्ट हुए 152 एयरक्राफ्ट
बता दें कि जून से अब तक ताइवान ने 152 बार चीनी सैन्य विमानों और 125 बार नौसैनिक या तट रक्षक जहाजों को डिटेक्ट किया है। वहीं सितंबर 2020 से, चीन ने ताइवान के क्षेत्र के पास संचालित होने वाले सैन्य विमानों और नौसैनिक जहाजों की संख्या में बढ़ोतरी करके ग्रे जोन रणनीति का इस्तेमाल तेज कर दिया है।
एक बयान में ताइवान के एमओएफए ने कहा था कि चीनी कानून का एकतरफा कार्यान्वयन क्षेत्रीय शांति और स्थिरता का उल्लंघन करता है। इसमें कहा गया है कि नया कानून न केवल क्षेत्रीय तनाव पैदा करेगा बल्कि कॉमर्शियल शिपिंग और मछली पकड़ने की गतिविधियों की सुरक्षा को भी प्रभावित करेगा।
ताइवान के रक्षा मंत्री ने की चीन की निंदा
ताइवान के एमओएफए ने कहा कि वह घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखेंगे और प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय कानूनों और समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन (यूएनसीएलओएस) के प्रति चीन के व्यवहार की निंदा की। बताया जा रहा है चीन, समुद्री व्यवस्था बनाए रखने की आड़ में, क्षेत्र में अन्य देशों के खिलाफ अपने सैन्य खतरों को बढ़ा रहा है।