प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन से वापस लौट आए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि विश्व मंच पर मैंने भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
इटली में G7 शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें भारत को बतौर आउटरीच सत्र में प्रतिभाग किया। इस सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान और फ्रांस के साथ ही यूरोपीय यूनियन शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इटली की पीएम मेलोनी के निमंत्रण पर मैं 14 जून को जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के जाउंगा।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है लगातार तीसरे कार्यकाल में मेरी पहली यात्रा जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की है। आउटरीच सत्र में चर्चा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, उर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर फोकस किया गया।
शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन जी-7 में शामिल मेजबान इटली के साथ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान और कनाडा ने चीन के खिलाफ दो संकल्पों को मंजूरी दी। इनमें उन संस्थाओं के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाने का वादा किया है, जिन्होंने धोखाधड़ी से तेल की ढुलाई करके रूस को प्रतिबंधों से बचने में मदद की है।
पीएम मोदी के अलावा ये भी रहे आमंत्रित
जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के अलावा मेलनी ने अल्जीरियाई राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने, केन्याई राष्ट्रपति विलियम रुटो और ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति कैस सईद को आमंत्रित किया है। अन्य अतिथियों में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा और तुर्किये के राष्ट्रपति रेचप तैयब अर्दोआन शामिल रहे।
दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन की हरकतों का विरोध
मसौदा बयान में कहा गया, हम दक्षिण चीन सागर में चीन के सैन्य बल और समुद्री मिलिशिया के खतरनाक इस्तेमाल और देशों की गहरे समुद्रों में नौवहन की स्वतंत्रता में बार-बार बाधा डालने, बलपूर्वक एवं धमकाने वाली गतिविधियों का विरोध करना जारी रखेंगे।
पीएम मोदी ने इनसे की मुलाकात
जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिडिसि एयरपोर्ट से भारत के लिए रवाना हो गए। इटली में उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पोप फ्रांसिस सहित कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात काफी चर्चा में रही।
चर्चा में रही फोटो और नमस्ते
इस सम्मेलन की एक फैमिली फोटो काफी चर्चाओं में आ गई है, जिससे साफ जाहिर होता है कि जी7 का सदस्य न होते हुए भी भारत का दबदबा कायम है। दुनिया भर के नेताओं ने शुक्रवार रात जी-7 शिखर सम्मेलन के ‘आउटरीच राष्ट्र’ सत्र में एक फैमिली तस्वीर खिंचवाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर यह तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा ‘इटली में जी7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं के साथ।’ इस तस्वीर में पीएम मोदी मंच पर बीचोंबीच खड़े हुए दिखाई दिए, जबकि इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी खुद नीचे वाली लाइन में खड़ी थीं। यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी नीचे खड़े हुए नजर आए। उनके साथ अन्य देशों के प्रमुख भी दाएं-बाएं खड़े दिखे।
पीएम मोदी साथ राष्ट्रपति मेलोनी की रही चर्चा
‘आउटरीच नेशन’ सत्र में दुनिया भर के नेताओं ने एक साथ फोटो खिंचवाई। जी7 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री ने सभी देशों के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी की सेल्फी भी ली। उन्होंने फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा #सीआपी 28 में अच्छे दोस्त, #मेलाडी।
नमस्ते कर किया जार्जिया ने मेहमानों का स्वागत
वैश्विक नेताओं से मुलाकात करते हुए पीएम मोदी ने आज इटली की प्रधानमंत्री और जी7 शिखर सम्मेलन की मेजबान जार्जिया मेलोनी से मुलाकात की। खास बात यह है कि इटली की पीएम ने भारतीय अंदाज में नमस्ते करके पीएम मोदी का स्वागत किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।