बीते आठ साल से यह मशीन खराब थी। अब मरम्मत कराई गई है। मशीन से सिल्ट निकालने और उसे उठाने में आसानी होगी। यह मशीन पानी के प्रेशर से चोक सीवर को खोल देती है। इसकी मदद से 11 किलो मीटर की ट्रंक लाइनें खोली जाएंगी।
वाराणसी शहर के 118 किलो मीटर लंबे 110 नालों की सफाई 30 जून तक कराई जाएगी। इससे जलभराव की समस्या कम हो जाएगी। बारिश में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी। इसी तरह शहर की सीवर समस्या को ध्यान में रखकर जलकल, सामान्य विभाग और स्वास्थ्य विभाग की समन्वय टीम बनी है, जो सीवर से जुड़ी हर समस्या का निदान करेगी। यह कहना है नगर आयुक्त अक्षत वर्मा का।
नगर आयुक्त नगर निगम कार्यालय में सीवर और पेयजल से संबंधित मामलों में पत्रकारों को जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पाइप वाले नालों की सफाई जलकल कराएगा। खुले नालों की सफाई सामान्य विभाग और तीन फीट से छोटे नालों की सफाई स्वास्थ्य विभाग कराएगा। इसमें एक करोड़ की सुपर शकर मशीन का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
जलभराव वाले 84 स्थान चिह्नित, 28 बड़े पंप से निकाला जाएगा पानी
नगर आयुक्त ने कहा कि लो लैंड और जलभराव वाले 84 स्थानों को चिह्नित किया गया है। 28 बड़े पंप का इंतजाम किया गया है। बारिश में जलभराव हुआ तो पंपों की मदद से पानी निकाला जाएगा। पेयजल व्यवस्था भी दुरुस्त कराई जा रही है। जलकल को हिदायत दी गई है कि सभी क्षेत्रों में पानी का प्रबंध करें। जहां पानी नहीं आ रहा है, वहां वाटर टैंकर भेजा जाए।
440 पार्कों में दूध ब्रेड के आउटलेट होंगे
नगर आयुक्त ने बताया कि नगर विकास विभाग की शाखा रीजनल सेंटर फॉर अर्बन एंड इनवायरमेंटल स्टडीज की मदद से नगर निगम 2047 का विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर रहा है। इसमें शहर की मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने का खाका खींचा जाएगा। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत करसड़ा के कूड़ा निस्तारण प्लांट की क्षमता बढ़ाई जाएगी। अतिरिक्त कूड़ा रमना भेजा जाएगा।
नगर आयुक्त के मुताबिक, सारनाथ से कूड़ा करसड़ा भेजने में डीजल की अधिक खपत हो रही है। इसे देखते हुए ही शहर के उत्तरी इलाके में कूड़ा निस्तारण प्लांट बनाया जाएगा। सेनेटरी लैंड फिल के लिए जापान का सहयोग लिया जाएगा। इसका सर्वे चल रहा है। 440 पार्कों में दूध ब्रेड के आउटलेट खोले जाएंगे। आउटलेट खोलने वाली कंपनी ही पार्कों की देखरेख करेगी। चुनाव बाद गंगा घाटों और विज्ञापन के बायलॉज के आधार पर काम किया जाएगा।
गंगा घाटों पर रहेगी प्रोटेक्शन फोर्स
नगर आयुक्त ने कहा कि गंगा घाटों पर प्रोटेक्शन फोर्स तैनात रहेगी, जो हर तरह की गतिविधियों पर नजर रखेगी। जुर्माना भी लगाएगी। विज्ञापनों पर क्यूआर कोड होगा। कबाड़ में पड़ी 94 गाड़ियों में से 43 की मरम्मत कराई जाएगी। 30 स्क्रैप में जाएंगी।
28 तरह के लाइसेंस शुल्क जमा किए जा सकेंगे
नगर आयुक्त ने बताया कि आने वाले दिनों में स्मार्ट काशी एप पर 28 प्रकार के लाइसेंस शुल्क जमा करने की सुविधा दी जाएगी। इसके घर बैठे लोग आसानी से शराब, बीयर, डेयरी, अस्पताल आदि का शुल्क जमा कर सकेंगे।
बांड के लिए कैबिनेट की मंजूरी बाकी
नगर आयुक्त के मुताबिक, नगर निगम बांड को कैबिनेट से मंजूरी लेनी बाकी है। बांड की धनराशि से सिगरा और पशु चिकित्सालय की जमीन पर तीन फ्लोर की बिल्डिंग का निर्माण होगा। उसे किराये पर दिया जाएगा। पशु चिकित्सालय की जमीन पर खुलने वाला पार्लर ऐढ़े शिफ्ट किया गया है।