चेहरे की असमान रंगत हर कुछ दिनों में लौट आने वाले कील-मुंहासे ड्राईनेस जैसी समस्याओं ने आपको भी कर रखा है बहुत ज्यादा परेशान तो आपको जरूरत है स्किन फास्टिंग की। जिसमें कुछ दिनों तक ब्यूटी एंड स्किन केयर प्रोडक्ट्स से दूरी बनानी होती है। ये काफी हद तक स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर करता है। जानेंगे इसके ऐसे ही कुछ फायदे व जरूरी सावधानियों के बारे में।
मेकअप चेहरे के दाग-धब्बों को छिपाकर आपको खूबसूरत दिखाने का बहुत ही अच्छा तरीका है, लेकिन हर वक्त मेकअप में रहने से स्किन को कई दूसरे तरह के नुकसान होते हैं। इससे चेहरे का नेचुरल ग्लो कम होने लगता है। चिन, लिप्स और नाक के आसपास की स्किन डार्क हो सकती है और लिप्स की भी रंगत बदलने लगती है। अगर आपको भी मेकअप उतारने के बाद ये सारी परेशानियां नजर आ रही हैं, तो आपको जरूरत है स्किन फास्टिंग की। आइए जानते हैं क्या है स्किन फास्टिंग और इसके फायदे।
क्या है स्किन फास्टिंग?
स्किन फॉस्टिंग यानी त्वचा का उपवास। जो स्किन टेक्सचर को सुधारने में मददगार है। इसका मतलब है स्किन केयर प्रोडक्ट्स से एक या दो दिन का ब्रेक। वैसे ये स्किन को डिटॉक्स करने का भी सस्ता और अच्छा तरीका है, खासतौर से उन महिलाओं के लिए जो अकसर ही मेकअप में रहती हैं। जिस तरह वेट लॉस के लिए ऑयली-जंक और प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहने की सलाह दी जाती है, वैसे ही नेचुरल ब्यूटी को मेनटेन रखने और स्किन डैमेजिंग को रिकवर करने के लिए हफ्ते में एक से दो दिन बिना मेकअप के रहने की सलाह दी जाती है।
टोनर, क्लेंजर, मॉयश्चराइजर, फेस सीरम, नाइट और डे क्रीम, एसपीएफ ऐसे स्किन प्रोडक्ट्स हैं, जिनका आप लगभग रोजाना ही इस्तेमाल करती हैं। जिस वजह से स्किन को नेचुरली हीलिंग का मौका नहीं मिल पाता। अगर 1 या 2 दिन आप इन चीज़ों को न अप्लाई करें और उसके बाद इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करेंगी, तो त्वचा पर इसका ज्यादा असर देखने को मिलता है।
कैसे करें फास्टिंग?
– फास्टिंग की शुरुआत रात से करें।
– सोने से पहले चेहरे को साफ करें और किसी भी तरह का प्रोडक्ट न यूज करें।
– सुबह चेहरे को गुनगुने पानी से धोएं।
स्किन फास्टिंग के फायदे
पिंपल्स से छुटकारा
स्किन फास्टिंग से पोर्स को सांस लेने का मौका मिलता है। मुंहासों की समस्या कम होती है। रैशेज की प्रॉब्लम भी ठीक होने लगती है। इतना ही नहीं स्किन फास्टिंग से चेहरे का ग्लो बढ़ता है और दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिलता है। एक-दो दिन चेहरे पर फाउंडेशन, क्रीम या पोर्स बंद करने वाले ऑयल या क्रीम इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
स्किन हीलिंग में असरदार
हर वक्त मेकअप में रहने से त्वचा में मौजूद नेचुरल ऑयल्स न के बराबर रह जाते हैं। इस वजह से स्किन ड्राईनेस बढ़ सकती है, डेड स्किन की भी प्रॉब्लम हो सकती है और चेहरा बेजान सा नजर आने लगता है। त्वचा के नेचुरल ऑयल्स को बनाए रखने के लिए स्किन फास्टिंग बहुत जरूरी है।
स्किन टोन होती है इंप्रूव
स्किन पर 1-2 दिन कुछ न लगाए जाए, तो स्किन रिपेयर होने के साथ-साथ उसकी रंगत में भी सुधार देखने को मिलता है।
ध्यान दें
स्किन फास्टिंग का सीधा मतलब है किसी भी तरह के ब्यूटी या स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करना, लेकिन यहां भी कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है।
– अगर आपने दो से तीन दिन तक चेहरे पर कुछ न लगाने का फैसला किया है, तो इस दौरान धूप में निकलना अवॉयड करें। वरना फॉस्टिंग से फायदे कम, नुकसान ज्यादा होंगे।
– फॉस्टिंग के दौरान दिन में 3-4 बार पानी से चेहरा धोएं, लेकिन उसे टॉवेल से पोंछकर सुखाने की जगह खुद से सूखने दें।