कुरुक्षेत्र धर्मनगरी में आखिरकार पांचवें दिन सूर्य देव दिखाई दिए और धूप खिलने से लोगों को बड़ी राहत मिली। दिन रात कड़ाके की ठंड के बीच धूप न निकलने से जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा था, जिसका असर कामकाज पर भी दिखाई देने लगा था। बुधवार को सुबह करीब 10 बजे से ही धूप खिली तो लोगों के चेहरे भी खिल उठे।
दिन-रात कड़ाके की ठंड के चलते अस्त व्यस्त होने लगा था जनजीवन पिछले एक सप्ताह से ठंड पड़ रही थी। जहां लोगों को घने कोहरे का सामना करना पड़ रहा था वहीं दिन में भी धूप न खिल पाने के चलते रात के करीब ही तापमान पहुंच गया था। न्यूनतम तापमान पांच डिग्री तक भी पहुंच गया था। ऐसे में लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए थे। बस अड्डे से लेकर रेलवे स्टेशन व अन्य सार्वजनिक जगहों पर भी इसका असर दिखाई देने लगा था। हर जगह चहल पहल कम हो गई थी तो लोग जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलने लगे थे।
कड़ाते सर्दी से बचाव के लिए कहीं अलाव का सहारा लिया जाने लगा था तो वहीं गर्म कपड़े व अन्य सामान की मांग भी बढ़ गई थी। ऐसे में बुधवार को धूप खिली तो लोग भी घरों से बाहर निकले और बाजारों से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर भी रौनक लौट आई। धूप खिलने से न्यूतम तापमान बढ़कर सात डिग्री तक पहुंच गया। लोग कहीं पार्क तो कहीं ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर एवं अन्य जगहों पर घूमते दिखाई दिए।