उत्तरकाशी में पिछले 9 दिनों से 41 श्रमिक फंसे हैं। उन्हें निकालने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। केन्द्र सरकार श्रमिकों को निकालने के लिए पांच विकल्प योजना बना रही है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव अनुराग जैन नें मीडिया से बात करते हुए बताया कि केन्द्र सर टनल में फंसे सभी श्रमिकों को निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए पांच ऑप्शन प्लान बनाया जा रहा है।
अनुराग जैन ने टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे अभियान की जानकारी मुहैया कराने के लिए एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि सरकार श्रमिकों को मल्टीविटामिन, अवसादरोधी दवाएं और सूखे मेवे की पूर्ति कर रही है। सरकार द्वारा पांच विकल्प योजना तैयार किया गया गया है। इसके लिए पांच अलग-अलग एजेंसियां तय की गई हैं। इन पांच कंपनियों में- प्राकृतिक गैस निगम (ONGC), सतलुज जल विद्युत निगम (SJVNL), रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) और टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (THDCL) नाम शामिल है।
ये है 5-विकल्प योजना
1-SJVNL सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए ऊपर से ड्रिलिंग कर रहा है।
2-BRO द्वारा एक दिन में एक अप्रोच रोड का निर्माण करने के बाद SJVNL ने आवश्यक खाद्य पदार्थों की पूर्ती के लिए एक और वर्टिकल पाइप लाइन पर काम शरू कर दिया है।
3- डीप ड्रिलिंग में अनुभव रखने वाली ONGC नें बरकोट छोर से वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य शुरू कर दिया है।
4-सुरक्षा व्यवस्था के बाद NHIDCL सिल्क्वायर छोर से ड्रिलिंग शुरू करेगी। सुविधा के लिए सेना ने बॉक्स पुल का निर्माण किया है। श्रमिकों की सुरक्षा के लिए प्लान ढांचा बनाया जा रहा है।
5-THDC बड़कोट से माइक्रो टनलिंग का काम शुरू करेगी। इसके लिए मशीनों जुटाया जा रहा है।