न्यू जर्सी के एक मुस्लिम मेयर को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ व्हाइट हाउस में ईद समारोह में शामिल होने से रोक दिया गया। मेयर को व्हाइट हाउस की खुफिया एजेंसी द्वारा प्रवेश के लिए मंजूरी नहीं दी गई। इस बात की जानकारी खुद यूएस सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एंथनी गुग्लील्मी ने दी है।
एंथनी गुग्लील्मी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि न्यू जर्सी के प्रॉस्पेक्ट पार्क मुस्लिम मेयर व्हाइट हाउस से कुछ दूरी पर अपनी कार में थे जब उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
महापौर मोहम्मद खैरुल्लाह को ईद-उल-फितर समारोह के लिए व्हाइट हाउस पहुंचने के कुछ समय पहले ही एक कॉल आया। इसमें कहा गया था कि उन्हें सीक्रेट एजेंसी ने प्रवेश के लिए मंजूरी नहीं दी है। इसलिए वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते।
व्हाइट हाउस की सुरक्षा को देखते हुए नहीं मिलि अनुमति
इसके बाद गुग्लील्मी ने एक बयान में कहा, “इससे हुई किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है, लेकिन मेयर को आज शाम व्हाइट हाउस परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।” उन्होंने ये भी कहा कि सुरक्षा को देखते हुए हम इस पर आगे और टिप्पणी करने में सक्षम नहीं हैं।
काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस के न्यू जर्सी चैप्टर के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडन कार्यक्रम में सैकड़ों मेहमानों को संबोधित किया था। गौरतलब है कि खैरुल्ला को जनवरी में बोरो के मेयर के रूप में पांचवें कार्यकाल के लिए चुना गया था।
सेलादिन मकसुत ने घटना को बताया ‘अपमानजनक’
सीएआईआर न्यू जर्सी के कार्यकारी निदेशक सेलादिन मकसुत ने इसे लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने इस घटना को पूरी तरह से अस्वीकार्य और अपमानजनक बताया।
उन्होंने कहा, “अगर इस तरह की घटनाएं हाई-प्रोफाइल और सम्मानित अमेरिकी-मुस्लिम शख्सियतों जैसे मेयर खैरुल्लाह के साथ हो रही हैं, तो यह सवाल उठता है कि उन मुसलमानों के साथ क्या हो रहा है जिनके पास मेयर की पहुंच और दृश्यता नहीं है?”
सेलादिन मकसुत ने ये भी आरोप लगाए कि खैरुल्लाह को पहले भी पहले अधिकारियों द्वारा रोक दिया गया था और न्यूयॉर्क में जॉन एफ कैनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनसे तीन घंटे तक पूछताछ की गई थी। उनसे सवाल किए गए थे कि क्या उनके आतंकवादियों से संबंध हैं? हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर व्हाइट हाउस की तरफ से कोई भी बयान अब तक सामने नहीं आया है।