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पहली बार उत्तर छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा, नदी नालों में पानी का तेज बहाव..

उत्तरी छत्तीसगढ़ में तीन दिन से हो रही वर्षा के कारण खेत खलिहान लबालब हो गया है। किसानों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। सबसे बड़ी बात यह है कि शनिवार की पूरी रात हुई मूसलाधार वर्षा के कारण अंबिकापुर से आठ किलोमीटर दूर स्थित सबसे बड़े श्याम घुनघुट्टा जलाशय पूरी तरह भर गया और रात्रि दो बजे कर्मचारियों को पांच गेट खोलने पड़ गए। जलाशय के गेट खुलने से खर्रा नदी होते हुए अब रेड नदी में भी जल बहाव तेज हो गया है। यह सीजन की पहली मूसलाधार वर्षा है। लंबे समय से लोग इस मूसलाधार वर्षा का इंतजार कर रहे थे। घुनघुट्टा जलाशय के लबालब होने से अब खरीफ़ के साथ आने वाले रबी की चिंता भी दूर हो गई है। सैकड़ों गांव के किसानों में एक उत्साह का संचार हुआ है।

 

खरीफ में धान की खेती अल्प वर्षा के कारण प्रभावित हुई है उसकी भरपाई आने वाले दिनों में रबी सीजन में हो जाएगी क्योंकि सबसे बड़ा जिला से लबालब हो गया है। जलाशय के पांचों गेट खोले जाने से यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। आकर्षक दृश्य को देखने लोग सुबह से पहुंचने लगे हैं। पांच गेट खोले जाने के कारण नदी में जल प्रवाह तेज हो गया है। निचले सभी गांव को अलर्ट भी कर दिया गया है। कोटवारों से गांव में मुनादी भी कराई गई है ताकि जान माल का नुकसान न हो सक। उधर बलरामपुर और सूरजपुर जिले में भी नदी नालों का जल बहाव तेज हो गया है। शनिवार की पूरी रात मूसलाधार वर्षा ने जनजीवन को भी प्रभावित किया है।
शहर के कई क्षेत्रों में घुसा पानी, रात में निकले पार्षद
अंबिकापुर शहर में रात्रि लगभग एक बजे मूसलाधार वर्षा के कारण कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति निर्मित हो गई। नगर के घुटरापारा इलाके में अधिकांश लोगों के घरों में बाढ़ की तरह पानी घुस गया। लोग पूरी रात जागते रहे और घर से बाहर निकल आए। इसकी सूचना मिलते ही युवा पार्षद सतीश बारी नगर निगम से एक्सीवेटर लेकर पहुंचे। नाले की खोदाई कराकर पानी को बाहर निकलवाया। लगभग दो घंटे बाद राहत मिली। शहर के कई निचले इलाकों में यही स्थिति रही।

 

मैनपाट में हुई मूसलाधार वर्षा से दो दिन में भरा घुनघुट्टा
मैनपाट क्षेत्र में मूसलाधार वर्षा होने के कारण दो दिन के भीतर ही घुनघुट्टा भर गया और पांच गेट खोलने पड़ गए। बता दें कि मैनपाट में होने वाली वर्षा से घुनघुट्टा वर्षा काल में आषाढ़ मास में ही भर जाता है किंतु इस बार अल्प वर्षा के कारण भादो मास के दूसरे दिन घुनघुट्टा भरा है।
नगर से लगे बांकी नदी में भी जल बहाव तेज
नगर से लगा बांकी जलाशय अभी भरा नहीं है पर इस नदी में पहाड़ों से उतरने वाले पानी के कारण जल बहाव तेज हो गया है। नदी के किनारे खेती करने वाले लोगों को थोड़ी परेशानी भी हो रही है।हालांकि किसानों को नया उत्साह इस वर्षा से आया है।एक बार फिर खेती किसानी का काम तेज हो गया है। हालांकि अब धान की फसल में देरी हो रही है पर किसानों की उम्मीद कम नहीं हुई है।

 

शहर की बिजली व्यवस्था प्रभावित
मूसलाधार वर्षा के कारण रात में नगर के महामाया फीडर के समीप तेज पानी के बहाव के कारण एक हाईटेंशन विद्युत पोल धराशाई हो गया। इस कारण बिजली व्यवस्था प्रभावित हो गई। शहर के गंगापुर इलाके में भी एक बिजली खंभा गिर गया है। कई जगह डीओ उड़ने और फ्यूज उड़ने की शिकायतें पहुंची है। बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी सुबह से व्यवस्था बनाने में जुटे हैं। अंबिकापुर शहर के कई क्षेत्रों में पूरी रात अंधेरे का सामना लोगों को करना पड़ा।

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