नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी को एक और तगड़ा झटका लगा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद अब उनकी पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है. अश्विनी ने कहा कि, ये आसान फैसला नहीं था लेकिन मैं इसे और जारी नहीं रख सकता.
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उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, “मैंने बहुत दुखी मन से ये फैसला लिया है. पार्टी नेतृत्व को सोचना चाहिए कि पार्टी के निष्ठावान लोग क्यों धीरे-धीरे पार्टी को अलविदा कह रहे हैं. मैंने ये फैसला अपनी अस्मिता और सम्मान को समक्ष रखकर लिया है. उन्होंने कहा कि मेरे कंधे इतने मजबूत नहीं हैं कि इस तरह के उदासीनता के भार को उठा सकें.
देश के लोगों को जोड़ने वाली राजनीति की जरूरत है
अश्विनी ने आगे कहा कि, कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं रही जो पहले थी और आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक भूमिका और भी कम हो जाएगी. मैं अब और दम से राजनीति करूंगा और अपनी तकदीर खुद लिखूंगा. आज देश के लोगों को जोड़ने वाली राजनीति की जरूरत है.”
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सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा
अश्विनी कुमार ने मंगलवार सुबह कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा. अश्विनी कुमार ने अपने इस्तीफे में कहा, मैं कांग्रेस पार्टी के बाहर रहकर देश की बेहतर तरीके से सेवा कर सकता हूं इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.
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अश्विनी कुमार किसी और पार्टी का साथ थामेंगे या नहीं इस बात पर भी स्थिति साफ नहीं है. अश्विनी कुमार ने भी किसी और पार्टी को ज्वाइन करने के बारे में अभी तक कुछ नहीं कहा है.
पंजाब से राज्यसभा सांसद थे अश्विनी कुमार
अश्विनी कुमार 2002 में पहली बार पंजाब से राज्यसभा सांसद चुने गए थे. इसके बाद 2004 और 2010 में भी अश्विनी कुमार को पंजाब से राज्यसभा में चुना गया. मनमोहन सिंह की सरकार में अश्विनी कुमार को कानून मंत्री का जिम्मा मिला था. पंजाब विधानसभा चुनाव के बीच हालांकि अश्विनी कुमार ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ दिया है.
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बता दें कि पंजाब में टिकट बंटवारे के बाद से ही कांग्रेस पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. टिकट बंटवारे से नाराज होकर कई नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं. पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होना है. पंजाब विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को आएंगे.