यूपी के इंटर कॉलेजों के टीचर पहले चुनाव ड्यूटी में लगाए जाएंगे और उसके बाद बोर्ड परीक्षाओं में उनकी ड्यूटी लगाई जाएगी। इसीलिए दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं विधानसभा चुनाव के बाद कराए जाने का फैसला लिया गया है।
उत्तर प्रदेश में मार्च 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी समय बोर्ड परीक्षाएं भी ली जाती हैं। लेकिन चुनाव और बोर्ड एग्जाम्स दोनों एक साथ नहीं हो सकते, कारण – चुनाव के दौरान सरकारी स्कूलों को मतदान केंद्र बनाया जाता है। इसके अलावा सरकारी शिक्षकों को बीएलओ नियुक्ति किया जाता है। उन्हें चुनाव की अन्य जिम्मेदारियां भी सौंपी जाती हैं। इस दौरान पुलिस, प्रशासन से लेकर सरकारी स्कूल टीचर्स तक यूपी चुनाव में व्यस्त रहेंगे। ऐसी स्थिति में यूपी बोर्ड क्लास 10 और 12 के एग्जाम्स मार्च 2022 के बाद आयोजित किये जाएंगे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् इसकी तैयारी कर रहा है। हालांकि यूपी बोर्ड 2022 प्री-बोर्ड परीक्षाएं चुनाव के पहले ही ली जाएंगी।
मौजूदा उत्तर प्रदेश सरकार का गठन मार्च 2017 में हुआ था. मार्च 2022 में पांच साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है. संविधान के अनुसार कोई भी सरकार बिना चुनाव 5 साल से ज्यादा शासन नहीं कर सकती. ऐसे में राष्ट्रपति शासन की नौबत आ सकती है. इसलिए वर्तमान सरकार का कार्यकाल पूरा होने से पहले विधानसभा चुनाव करा लिये जाएंगे. इस कारण बोर्ड परीक्षाओं की तारीखें थोड़ी आगे बढ़ाई जाएंगी.