गंभीर रूप से बीमार और कमजोर प्रतिरक्षा शक्ति वाले बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज़ लगाने की तैयारी चल रही है। इस अतिरिक्त डोज़ के ज़रिए सरकार कोरोना को जमकर मुकाबला करना चाहती है। कई देशों में ये प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भारत में भी एक एक्सपर्ट पैनल जल्द ही इस पर बैठक करके रणनीति को अंतिम रूप देगा।
मामले के विकास से जुड़े एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि एक विशेषज्ञ समूह देश में वैक्सीन की तीसरी खुराक पर नीति दस्तावेज तैयार करने को लेकर काम कर रहा है। तीसरे कोविड -19 वैक्सीन शॉट की सिफारिश पहले अतिरिक्त खुराक के रूप में की जा सकती है न कि बूस्टर शॉट के रूप में।
न्यूज 18 के मुताबिक, अतिरिक्त खुराक उन लोगों को दी जाती है जिनकी प्रतिरक्षा कमजोर है, जबकि स्वस्थ लोगों को दूसरी खुराक लेने के कुछ महीनों के बाद बूस्टर शॉट दिया जाता है।
जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर जैसी बीमारियों के कारण खराब हो जाती है, उन्हें मानक दो-खुराक टीकाकरण कार्यक्रम से महत्वपूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं किया जाता है। उस स्थिति में, तीसरी खुराक देना ज़रूरी है। बड़े पैमाने पर स्वस्थ व्यक्तियों के लिए अभिप्रेत बूस्टर शॉट कार्यक्रम के बाद शुरू किया जाएगा।
इस बीच, देश में पहली बार पूरी तरह से टीकाकृत व्यक्तियों की संख्या आंशिक रूप से टीकाकरण योग्य आबादी को पार कर गई। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देश में 38 करोड़ से अधिक लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, जबकि 37.5 को टीके की एक खुराक मिली है।