कोरोना काल में पटरी से उतर चुका उत्तराखण्ड में पर्यटन का कारोबार अब पटरी पर आता दिखाई दे रहा है। इस वीकेंड पर सभी टूरिस्ट प्लेसों में लोगों की भारी भीड़ पहुंचने लगी। नैनीताल, रामनगर, मसूरी, ऋषिकेष, हरिद्वार में भारी संख्या में सैलानी दिखाई दे रहे हैं। सैलानियों के बढ़ने का एक और कारण दिल्ली-एनसीआर में ज़हरीली हवा का प्रकोप है, जिसके कारण स्कूल को बंद करने और कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश पारित कर दिया गया है।
नैनीताल और रामनगर में शनिवार सुबह से सैलानियों का पहुंचना शुरू हो गया था। सभी पर्यटन स्थलों पर खासी चहलपहल देखने को मिली । पर्यटक वाहनों का दबाव बढ़ने से नैनीताल में हल्का जाम भी लगा। नैनीताल में पर्यटकों ने नौकायन तो रामनगर में जंगल सफारी का लुत्फ उठाया।
दैवीय आपदा के बाद नैनीताल में पर्यटन कारोबार पटरी पर आने लगा है। महीने के पहले वीकेंड की अपेक्षा शनिवार को सैलानियों की संख्या में इजाफा रहा। सैलानियों की भीड़ बढ़ने से माल रोड समेत आसपास की सड़कों पर दिनभर कई बार हल्का जाम भी लगा। यातायात पुलिस के मुस्तैद रहने से जाम की स्थिति ज्यादा देर तक नहीं रही। सैलानियों ने दिनभर नैनीझील में नौका विहार किया और बारापत्थर क्षेत्र में घुड़सवारी का आनंद उठाया। डीएसए और मेट्रोपोल की पार्किंग करीब 80 फीसदी तक पैक रही। रविवार और सोमवार को नैनीताल में पर्यटकों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। उधर, रामनगर में कॉर्बेट नेशनल पार्क पर्यटकों से गुलजार रहा। कॉर्बेट पार्क के बिजरानी, झिरना, ढेला और गर्जिया जोन में सोमवार तक जंगल सफारी के लिए बुकिंग फुल हो गई है।
शनिवार-रविवार को अवकाश के चलते पर्यटकों ने रामनगर का रुख किया है। जंगल और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध कॉर्बेट में पर्यटक छुट्टियों का लुत्फ उठाना चाहते हैं। इन दिनों रामनगर के होटल और रिजॉर्ट पैक हो गए हैं। जंगल सफारी के लिए बुकिंग नहीं मिलने पर पर्यटक सीतावनी जोन के भंडारपानी तक जंगल सफारी कर रहे हैं। कॉर्बेट पार्क के वार्डन आरके तिवारी ने बताया कि काफी संख्या में पर्यटक घूमने आ रहे हैं। सैलानी बिजरानी, गर्जिया, झिरना और ढेला जोन में जंगल सफारी का आनंद ले रहे हैं। 15 नवंबर से ढिकाला जोन भी खोला जा रहा है। इसके बाद पर्यटकों की संख्या में और इजाफा होगा।