लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल को प्रदेश की राजधानी से जोड़ने के लिए बनाए जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जिसकी कुछ तस्वीरें सामने आई है।
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बता दें कि, गाजीपुर के हैदरिया गांव से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेस लखनऊ में चांद सराय गांव पर जाकर खत्म होगा। 340 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे छह लेन का होगा, जिस पर दूरी लगभग तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी।
अवनीश अवस्थी लगातार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर बनाए हुए हैं नजर
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अवनीश कुमार अवस्थी लगातार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर नजर बनाए हुए हैं।
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विकास में नई इबारत लिखने जा रहा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) की देखरेख में 22,494 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेस वे पूर्वांचल के विकास में नई इबारत लिखने जा रहा है।
इन जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेस वे
यह एक्सप्रेस वे गाजीपुर के बाद मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, अयोध्या, सुल्तानपुर, अमेठी, बाराबंकी से होकर गुजरेगा। जिससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।
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पूर्वांचल में विकास को मिलेगी रफ्तार
बता दें कि, पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू करवाया था।
पूर्वांचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो रहा
इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है। लखनऊ से बिहार सीमा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वांचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा।
एक्सप्रेस वे किनारे बनेगा औद्योगिक गलियारा
एक्सप्रेस-वे के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक विकास के नजरिए से विकसित किया जाएगा और इसके दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा। इन गलियारों में खाद्य प्रसंस्करण, एमएसएमई इकाइयां, वेयरहाउस और लॉजिस्टिक पार्क बनाने की योजना पर काम हो रहा है।
जल्द ही जनता को समर्पित होगा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे
बता दें कि, यूपीडा की कोशिश है कि, जल्द से जल्द इस एक्सप्रेस वे को जनता को समर्पित कर दिया जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि, किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में उस पर भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन उतारे जा सकें।
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यात्रा समय में 5 घंटे की बचत
इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद समय व ईंधन की बचत, दुर्घटनाओं में कमी के साथ-साथ कई लाभ प्रदान होने की उम्मीद है. इसके अलावा, यात्रा समय पांच घंटे तक कम होने की उम्मीद की जा रही है.
रोजाना 6 लाख वाहन गुजरेंगे
उम्मीद है कि, इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद रोजाना 6 लाख यात्री और मालवाहक वाहन गुजरेंगे. इसके सहारे गाजीपुर से प्रदेश की राजधानी लखनऊ की दूरी महज साढ़े तीन घंटे में तय होगी. वर्तमान में ये दूरी तय करने में लगभग 8 घंटे का समय लगता है.
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पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद लाखों लोगों को होगा फायदा
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद 10 जनपद के करीब 10 लाख लोगों को सीधा फायदा होगा. एक्सप्रेसवे के किनारे मंडियां और उद्योग भी लगाए जाएंगे. इससे हजारों नौकरियां मिलने की उम्मीद है.