लखनऊ। अब राजधानी लखनऊ (Lucknow) में भी ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का निर्माण होगा। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नॉड में अपनी इकाई लगाएगा।
हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
200 एकड़ में बनने वाली इस इकाई में 300 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 15,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
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ब्रह्मोस एरोस्पेस के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार मिश्र ने मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को कार्ययोजना की जानकारी दी।
जमीन आवंटित करने के निर्देश
सीएम ने इसके लिए जमीन आवंटित करने के निर्देश दिए हैं। ब्रह्मोस को रूस के साथ मिलकर विकसित किया गया है। तीनों सेनाएं इसका इस्तेमाल कर रही हैं।
2020-2025 से यूपी में हर साल 100 मिसाइलें बनेंगी
जमीन मिलने के 3 महीने के भीतर इकाई का निर्माण शुरू हो जाएगा। डीआरडीओ के पास तीनों सेनाओं से 42 हजार करोड़ रुपये के 1600 मिसाइलों के ऑर्डर हैं।
दूसरे देशों ने भी रुचि दिखाई है। अभी हैदराबाद, नागपुर और पिलानी में निर्माण इकाइयां हैं। 2024-2025 से यूपी में हर साल 100 मिसाइलें बनेंगी।
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राज्य को करीब 1440 करोड़ रुपये जीएसटी के तौर पर मिलेंगे
इससे चार वर्षों में राज्य को करीब 1440 करोड़ रुपये जीएसटी के तौर पर मिलेंगे। इस अवसर पर यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी भी मौजूद थे।
ये प्रॉजेक्ट मंजूर-
15 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा
यूपी में हर साल बनाई जाएंगी 100 मिसाइलें
03 इकाइयां हैं अभी देश में इसे बनाने की
बता दें कि, डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड में ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर स्थापित करने के लिए 200 एकड़ जमीन आवंटित करने पर सहमति बनी।
ब्रह्मोस मिसाइल का उत्पादन शुरू होने के बाद यूपी रक्षा उत्पाद निर्माण का हब बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ेगा। ब्रह्मोस एयरोसपेस के सीईओ ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से भी मुलाकात की।
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ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सीईओ सुधीर कुमार मिश्रा ने यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी के साथ हुई बातचीत में बताया कि, लखनऊ नोड में ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर की स्थापना के लिए 300 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर बनाने का कार्य जल्दी ही शुरू होगा। इन सेंटर में रिसर्च और डेवलपमेंट का कार्य भी होगा। 100 से अधिक ब्रह्मोस मिसाइल अगले तीन वर्षों में बनाए जाने की योजना है।