19 मई को 2023 को जब 2000 के नोटों को आरबीआई की ओर से वापस लेने का एलान किया गया था बाजार में कुल 3.44 लाख करोड़ रुपये के नोट प्रचलन में थे। एक्सचेंज और डिपॉजिट की कवायद को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और जनता को पर्याप्त समय प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू में 2000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया था।
2000 रुपये के अब सिर्फ 12000 करोड़ रुपये के मूल्य के नोट यानी कुल नोटों के मूल्य के सिर्फ 3.37% परिचालन में शेष बचे हैं। इसका मतलब है कि 2000 रुपये के बैंक नोट के लगभग 96 प्रतिशत बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए हैं। ये बातें आरबीआई गवर्नर ने शुक्रवार को कही। बता दें कि 2000 रुपये नोटों कों बैंकों से बदलने और बैंकों में जमा करवाने की आखिरी तारीख आरबीआई की ओर से सात अक्तूबर 2023 तय की गई है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि 2000 रुपये के पुराने नोटों को बदलवाने या बैंकों में जमा कराने के लिए केवल एक दिन बचा है।
उन्होंने कहा, ‘हमने अब तक, हमें लगभग 3.32 लाख करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट वापस मिल गए हैं और केवल 12000 करोड़ रुपये के नोट शेष बजे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा बैंठक के बाद, 2000 के नोटों में 87 प्रतिशत बैंक जमा के रूप में बैंकों में वापस आए हैं और अन्य नोटों की दूसरे मूल्य वर्ग के नोटों से अदला-बदली की गई है।
19 मई को 2023 को जब 2000 के नोटों को आरबीआई की ओर से वापस लेने का एलान किया गया था बाजार में कुल 3.44 लाख करोड़ रुपये के नोट प्रचलन में थे। एक्सचेंज और डिपॉजिट की कवायद को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और जनता को पर्याप्त समय प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू में 2000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया था। इस बीच लोगों से अपील की गई थी कि वे 2000 रुपये के बैंक नोटों को जमा करने या बदलने के लिए अंतिम समय में किसी भी भीड़ बसे बचें।
30 सितंबर को आरबीआई ने समीक्षा के आधार पर जमा और विनिमय की व्यवस्था को 7 अक्टूबर, 2023 तक बढ़ाने का फैसला किया। रिजर्व बैंक ने कहा कि आठ अक्टूबर से बैंक 2000 रुपये के नोट खातों में जमा लेना और बदलना बंद कर देगे।
हालांकि, 2000 रुपये के बैंक नोटों को सात अक्तूबर के बाद आरबीआई के 19 निर्गम कार्यालयों में एक समय में 20,000 रुपये की सीमा तक बदला जा सकेगा। 2000 रुपये के नोटों को खातों में क्रेडिट करने के लिए आरबीआई के निर्गम कार्यालयों में से किसी एक को संबोधित करते हुए पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी भेजा जा सकता है।
आरबीआई ने कई मौकों पर पुष्टि की है कि 2000 रुपये के बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। 19 मई को, आरबीआई ने 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने का फैसला किया, लेकिन कहा कि यह वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेगा। हालांकि, आरबीआई ने बैंकों को तत्काल प्रभाव से ऐसे बैंक नोट जारी करने से मना किया था।