नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जंग को एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है. रूस के हमले का यूक्रेन मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. व्लादिमीर पुतिन के देश के सामने यूक्रेन आसानी से हार मानता नहीं दिख रहा है.
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यूक्रेन के जवाब को देखते हुए रूस अब जंग में S-400 एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल कर सकता है. इसके लिए रूस में अभ्यास भी चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, ये अभ्यास Novosibirsk क्षेत्र में चल रहा है.
वाहनों सहित कई हवाई लक्ष्यों को मार गिराने की क्षमता
बता दें कि S-400 मिसाइल सिस्टम वही हथियार है जो भारत के पास भी है. उसने रूस से ही इसे खरीदा है. S-400 एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (LR-SAM) सिस्टम प्रणाली है, जिसे रूस के अल्माज़-एंटे द्वारा विकसित किया गया है. इसमें स्टील्थ फाइटर जेट्स, बॉम्बर्स, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों और यहां तक कि, मानव रहित हवाई वाहनों सहित कई हवाई लक्ष्यों को मार गिराने की क्षमता है.
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S-400 मिसाइल सिस्टम में चार अलग-अलग प्रकार की मिसाइलें हैं, जो 400 किलोमीटर की सीमा तक निशाना साध सकती हैं. इसमें दो अलग-अलग रडार सिस्टम भी हैं, जो 600 किलोमीटर की सीमा तक हवाई लक्ष्यों का पता लगा सकते हैं और साथ ही साथ 80 एरियल टार्गेट पर निशाना साध सकती हैं. S-400 को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता है.
2007 में रूसी सेना में शामिल हुआ S-400
रूसी सेना ने S-400 को S-300 P और S-200 P एयर डिफेंस सिस्टम से रिप्लेस किया गया था. S-400 अप्रैल 2007 में रूसी सेना में शामिल हुआ और अगस्त 2007 में इसे पहली बार तैनात किया गया था.
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यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस को अपने फाइटर जेट्स और हेलिकॉप्टर गंवाने पड़े हैं. माना जा रहा है कि इसे देखते हुए अब व्लादिमीर पुतिन और आक्रामक हो गए हैं. यही वजह है कि रूस ने एस-400 के साथ अभ्यास करना शुरू किया है.
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