लखनऊ। महात्मा गांधी की महानता, उनके कार्यों और विचारों के कारण ही 2 अक्टूबर को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया गया है। वहीं इस गांधी जयंती के मौके पर एडीजी सुरक्षा बी.के. सिंह ने एक पहल की है। पुलिस मुख्यालय पर लोगों को संबोधित किया और गांधी जी के विचारों और उनकी अहिंसा की लड़ाई के बारे में बताया।
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उन्होंने कहा कि, गांधी जी में एक आस्था है। सन 1915 से 1947 तक एक यात्रा के जरिए भारत को आजादी दिलाई। और इसके बाद अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजादी दिलवाने वाले और ‘राष्ट्रपिता’ की उपाधि से सम्मानित हुए।
स्वाधीनता आंदोलन में निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
उन्होंने कहा कि, महात्मा गांधी ने न केवल भारत के स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी बल्कि उन्होंने साउथ अफ्रीका में भी नस्लीय भेदभाव को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी। और इतना बड़ी लड़ाई उन्होंने अपने धैर्य और आत्मबल से लड़ी।
दुनिया को सत्य, अहिंसा और शांति का पाठ पढ़ाया
वहीं उन्होंने बताया कि, सत्य और अहिंसा के पुजारी गांधी जी ने भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने पूरी दुनिया को सत्य, अहिंसा और शांति का पाठ पढ़ाया था।
2 अक्टबर 1869 को पोरबंदर में हुआ गांधी जी का जन्म
मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टबर 1869 को हुआ था। इसलिए हर साल 2 अक्टूबर को दुनियाभर में ‘गांधी जयंती’ मनाई जाती है, इस दिन को ‘विश्व अहिंसा दिवस’ के रूप में भी सेलिब्रेट किया जाता है।
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