Agriculture Minister Shivraj Met The Farmers: केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (स्वतंत्र संगठन) के पदाधिकारियों से संवाद किया। इस दौरान खेती को लाभकारी बनाने, मिट्टी उर्वरता बढ़ाने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
किसान नेताओं ने भी अपने अपने सुझाव दिए। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संवाद के बाद मीडिया को बताया कि किसानों से कई अहम विषयों पर चर्चा हुई है। हमारी सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा खेती को लाभकारी बनाने, मिट्टी उर्वरता बढ़ाने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
इन मुद्दों पर चर्चा
- कृषि मंत्री ने किसानों को बताया कि कीटनाशकों के अधिक उपयोग से धरती का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। इसलिए अच्छे बीज और कीटनाटशक का न्यूनतम उपयोग करें।
- कृषि मंत्री ने किसान हित में चलाई जा रही केंद्र सरकार की योजनाओं से भी अवगत कराया। बताया, कैसे इन योजनाओं की मदद से वह अपनी आय बढ़ा सकते हैं। साथ ही जरूरतमंद किसानों का लाभ दिलाने की अपील की।
- इस दौरान फसल बीमा योजना और किसान क्रेडिट कार्ड पर भी विस्तार से चर्चा हुई। किसानों ने इसकी लिमिट बढ़ाए जाने की मांग की है।
- किसानों ने फैक्ट्री के दुषित पानी और खराब ट्रांसफार्मर से फसलें चौपट होने की जानकारी दी। जिस पर कृषि मंत्री ने संबंधित अफसरों व विभाग से चर्चा कर समाधान के लिए आश्वस्त किया।
20% तक बढ़ सकती है आमदनी
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, किसानों की यह समस्याएं दिखने में छोटी लगती हैं, लेकिन उनका समाधान हो जाए तो 10 से 20 फीसदी तक उनकी आय बढ़ सकती है। किसानों ने कई व्यवहारिक समस्याएं भी बताई है। उनके सुझाव राज्य सरकारों को भेजेंगे। साथ ही समस्या समाधान की दिशा में काम करेंगे।
खेती-बाड़ी व्यवस्था में सुधार
खेती-बाड़ी में व्यवस्था से जुड़े सुधारों पर कृषि मंत्री ने जोर दिया और कहा कि इस बारे में जिस तरह की तैयारी और काम करना होगा, वे करेंगे। अगर जरूरी होगा तो वे इसके लिए केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर बात करेंगे। इसे लेकर किसानों की ओर से कुछ सुझाव मिले हैं, जिस पर कृषि मंत्री ने गौर करने की बात कही।
कृषि मंत्री ने कहा कि अगले हफ्ते रबी फसलों का सीजन शुरू होने वाला है। रबी फसल की बोवनी शुरू होने वाली है। अगले हफ्ते रबी फसलों की एमएसपी को लेकर विचार किया जाना है। किसानों ने लागत मूल्य को लेकर कुछ सुझाव दिए हैं जिस पर विचार किया जाएगा। फसल पद्धति बदल कर या अन्य किस उपाय से लागत मूल्य कम किया जा सकता है, इस पर विचार किया जाएगा।
रासायनिक खादों के इस्तेमाल को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि केमिकल फर्टिलाइज डालने की एक सीमा है, अगर उसका ध्यान नहीं रखआ तो धरती माता बीमार हो जाएगी। पहले धरती की मिट्टी में जिस तरह की नरमी होती थी, अब वैसी नहीं रही. केंचुए भी खत्म हो रहे हैं। अब केंचुआ दिखना ही बंद होने लगे. कीटनाशकों ने केंचुओं को खत्म कर दिया।