Real vs Fake: असली-नकली दुनिया में लोगों की पहचान करना मुश्किल है, खाना-पीना तो बहुत दूर की बात है। मिलावटी खाने की चीजों में शहद भी शामिल है। मार्केट में नकली शहद की बिक्री तेजी से हो रही है। शहद सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, अगर यह भी मिलावटी आने लगा तो लाभ कैसे मिलेगा। शहद को एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल तथा एंटी-माइक्रोबियल आइटम माना जाता है। अगर आपको भी करनी है असली और नकली शहद की पहचान, तो ये 7 ट्रिक्स अपनाएं।
इन 7 तरीकों से लगाएं असली-नकली शहद का पता
पानी से करें टेस्ट
1 कांच के गिलास में पानी लें, इसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर घोलें। अगर शहद नीचे गिलास के तलवे पर जम जाता है तो शहद असली है, यदि शहद पानी में घुल जाता है तो समझ जाइए कि शहद नकली है।
पेपर टेस्ट
एक साफ और सफेद पेपर ले लें। इस पर 1 चम्मच शहद डाल दें। अगर पेपर शहद को सोख लेता है तो शहद नकली है। अगर शहद अपनी जगह पर चिपका रहता है तो शहद पूरी तरह से शुद्ध है।
फ्लेम टेस्ट
फ्लेम टेस्ट यानी आग पर टेस्ट, इसे करने के लिए आपको एक लकड़ी लेनी होगी। सबसे पहले इस लकड़ी पर थोड़ा सा कॉटन लपेटें। अब इस कॉटन वाली लकड़ी को शहद में डुबोएं। इसके बाद इस लकड़ी को आग में जलाएं। अगर लकड़ी तुरंत आग पकड़ लेती है तो शहद असली है लेकिन आग लगने में समय लगता है तो शहद मिलावटी है।
क्रिस्टल टेस्ट
इस टेस्ट में आपको 1 चम्मच शहद को कोल्ड टेंप्रेचर यानी फ्रीज में रखना होगा। असली शहद कुछ समय के बाद ठोस पत्थर जैसा जम जाएगा, मगर नकली शहद पहले जैसा लिक्विड और चिपचिपा ही रहेगा।
ब्रेड टेस्ट
इस टेस्ट को करने के लिए सबसे पहले एक ब्रेड ले लें। इस ब्रेड पर शहद स्प्रेड करें और 5 मिनट के लिए छोड़ दें। 5 मिनट बाद अगर ब्रेड गीली-गीली हो जाए तो शहद नकली है। वहीं, असली शहद बिल्कुल वैसे ही रहेगा जैसे 5 मिनट पहले लगाकर रखा गया था।
विनेगर टेस्ट
विनेगर टेस्ट के लिए 1 गिलास पानी में 1 चम्मच विनेगर डालकर मिलाएं। अब इसमें 1 चम्मच शहद भी मिला लें। असली शहद होगा तो पानी बिल्कुल साफ रहेगा। अगर नकली होगा तो पानी में झाग बन जाएगा।
थंब टेस्ट
इस टेस्ट में अंगूठे का इस्तेमाल किया जाता है। आपको शहद का एकतार होने की परख करनी होगी। इसके लिए आपको शहद की एक बूंद को अंगूठे और उंगली के बीच चिपका कर देखना होगा। अगर खींचते समय शहद में एकतार बन रही है तो शहद असली है। वहीं, नकली शहद पतली-पतली तारों के साथ ज्यादा चिपचिपा लगेगा।