अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सात अक्तूबर के हमास आतंकवादी हमलों की निंदा की। वहीं, उन्होंने इस्राइल से अपनी जवाबी कार्रवाई में नागरिकों को होने वाले नुकसान को कम करने का आग्रह किया है।
हमास और इस्राइल के बीच कई माह से जंग जारी है। इस युद्ध को रुकवाने के लिए हर कोई कोशिश कर रहा है, लेकिन फिर भी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच गाजा की हालत बिगड़ती जा रही है। यहां मानवीय सहायता पहुंचाने के सभी रास्ते धीरे-धीरे इस्राइल ने लगभग बंद कर दिए हैं। इस बीच, एक बार फिर अमेरिका ने इस्राइल को आंखें दिखाई हैं। उसने इस्राइल से नागरिकों के नुकसान को कम करने का आग्रह किया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने मानवाधिकार उल्लंघन पर अपनी रिपोर्ट जारी की और गाजा में मानवाधिकारों के हनन पर चिंताओं को रेखांकित करते हुए इस्राइल पर प्रकाश डाला। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि गाजा में इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष मानवाधिकारों के लिए परेशान करने वाली चिंताएं पैदा कर रहा है। उन्होंने सात अक्तूबर के हमास आतंकवादी हमलों की निंदा की है, जबकि इस्राइल से अपनी प्रतिक्रिया में नागरिक क्षति को कम करने का आग्रह किया।
वार्षिक देश रिपोर्ट में इस्राइल पर 103 पन्नों में बात की गई है। इसमें एक दर्जन से अधिक प्रकार के मानवाधिकारों के हनन की विश्वसनीय रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसमें हत्याएं, यातना, मनमानी हिरासत, संघर्ष-संबंधी यौन हिंसा या सजा और कथित अपराधों के लिए परिवार के सदस्यों की सजा शामिल है।
मानवाधिकार की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा
रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा पट्टी में इस्राइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का मानवाधिकार की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसमें हमास और इस्राइली सरकार दोनों द्वारा गैरकानूनी हत्याओं की विश्वसनीय रिपोर्टों का हवाला दिया गया। ब्लिंकन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका मानवाधिकारों पर विदेशी देशों के रिकॉर्ड के बारे में आकलन करना जारी रखेगा।
ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ने स्पष्ट कर दिया है कि इस्राइल को अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने की आवश्यकता है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभाग अभी भी युद्ध के दौरान गाजा में नागरिक मौतों के बारे में चिंता जता रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने गाजा में मानवीय सहायता पहुंच, नागरिक विस्थापन और पत्रकारों की मौत के बारे में भी बार-बार चिंताएं उठाई हैं।
सात अक्तूबर को हमास ने किया था हमला
बता दें, इस्राइल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। हर तरफ चीख-पुकार मची हुई है। सात अक्तूबर से लेकर अब तक 30 हजार से अधिक लोगों की इस संघर्ष में मौत हो चुकी है। वहीं, हमास के बाद इस्राइली सेना भी कार्रवाई करते हुए बिना रुके हमले कर रही है। इस्राइल ने गाजा में जमीन, हवाई, समुद्र समेत सभी यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। पहले लोगों की आवाजाही के लिए इरेज और माल के लिए केरेम शालोम बॉर्डर थे।