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भारतीय नौसेना ने समुद्री लुटेरों के कब्जे से एक और जहाज बचाया

एमवी रुएन जहाज को बीते साल दिसंबर में समुद्री लुटेरों ने अगवा कर लिया था। उस वक्त भी नौसेना ने जहाज को समुद्री लुटेरों के कब्जे से बचाने की कोशिश की थी। एमवी रुएन का समुद्री लुटेरे अन्य जहाजों को लूटने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे।

भारतीय नौसेना के हिंद और अरब महासागर में बढ़ते प्रभाव का एक और उदाहरण देखने को मिला है। नौसेना ने सोमालियाई लुटेरों से एक जहाज को बचाया है। बचाव अभियान के दौरान समुद्री लुटेरों ने नौसेना के युद्धक जहाज पर हमला भी किया, लेकिन नौसेना ने मुंहतोड़ जवाब देकर समुद्री लुटेरों को भागने पर मजबूर कर दिया। साथ ही नौसेना ने जहाज पर कब्जा कर लिया।

बीते साल दिसंबर में समुद्री लुटेरों ने जहाज को किया था हाईजैक
गौरतलब है कि एमवी रुएन जहाज को बीते साल दिसंबर में समुद्री लुटेरों ने अगवा कर लिया था। उस वक्त भी नौसेना ने जहाज को समुद्री लुटेरों के कब्जे से बचाने की कोशिश की थी। उस दौरान नौसेना ने क्रू के सदस्यों में से एक को बचाया था। अब एमवी रुएन का समुद्री लुटेरे अन्य जहाजों को लूटने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। नौसेना ने 15 मार्च को एमवी रुएन जहाज को सोमालिया के पूर्वी तट पर इंटरसेप्ट किया। नौसेना ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक समुद्री लुटेरों के जहाज के खिलाफ कार्रवाई की गई। नौसेना ने बयान जारी कर बताया कि ‘समुद्री लुटेरों ने भारतीय नौसेना के युद्धक जहाज पर फायरिंग की। इसके बाद जहाज पर मौजूद समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया।’ नौसेना ने कहा कि ‘इंडियन नेवी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।’

समुद्री लुटेरों से बचाया गया जहाज माल्टा का है, जिसे समुद्री लुटेरों ने 14 दिसंबर 2023 को अदन की खाड़ी से अगवा कर लिया था। नौसेना ने उस वक्त भी अपने युद्धक जहाज को एमवी रुएन की मदद के लिए भेजा था। नौसेना ने एक नाविक को बचाया था। यह जहाज कोरिया से तुर्किए की तरफ जा रहा था, जब जहाज को अगवा कर लिया गया था।

14 मार्च को ही बांग्लादेशी जहाज को बचाया था
भारतीय नौसेना ने हाल ही में हिंद महासागर में एक बांग्लादेशी जहाज को भी सोमालिया के समुद्री लुटेरों से बचाया था। 12 मार्च को मोजांबिक से संयुक्त अरब अमीरात जा रहे बांग्लादेशी व्यापारिक जहाज को हिंद महासागर में 15-20 हथियारबंद लुटेरों ने अगवा करने की कोशिश की। हमले के वक्त जहाज पर बांग्लादेश के 23 क्रू मेंबर्स सवार थे। हाइजैक की सूचना मिलते ही नौसेना ने जवाबी कार्रवाई की और भारतीय युद्धपोत को बांग्लादेशी जहाज को बचाने के लिए रवाना किया। 14 मार्च की सुबह नौसेना ने बांग्लादेशी जहाज को रेस्क्यू कर लिया। जहाज पर मौजूद सभी क्रू मेंबर सुरक्षित हैं।

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