टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष और ब्रत्य बसु विधायक तापस रॉय को मनाने के लिए आज सुबह उनके आवास पर पहुंचे। तापस का उत्तरी कोलकाता के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय से विवाद भी चल रहा था।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। विधायक तापस रॉय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने से पहले उन्होंने संदेशखाली मुद्दे से निपटने के तरीके पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने इसी दौरान लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ने के संकेत भी दिए थे।
पार्टी से नाराज थे तापस रॉय
विधानसभा में टीएमसी के डिप्टी चीफ ऑफ व्हिप ने पार्टी की आलोचना भी की। उन्होंने बताया कि जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब उनके आवास पर छापेमारी की, तब पार्टी उनके साथ नहीं थी। तापस रॉय ने कहा, “पार्टी की कार्यप्रणाली से निराश हूं। मैं पार्टी और सरकार के खिलाफ लगे इतने सारे भ्रष्टाचार के आरोपों से तंग आ गया था। दूसरी बात ये कि जिस तरह से संदेशखाली मुद्दे को संभाला गया, मैं उसका समर्थन नहीं करता हूं।”
टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष और ब्रत्य बसु उन्हें मनाने के लिए आज सुबह उनके आवास पर पहुंचे। उनका उत्तरी कोलकाता के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय से विवाद भी चल रहा था। तापस रॉय ने कहा, “मैं पिछले 25 वर्षों से पार्टी का एक ईमानदार नेता रहा हूं, लेकिन मुझे मेरा हक कभी नहीं मिला।” इस्तीफा के बाद जब उनसे भाजपा में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने फिलहाल इसपर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।