पीडीडीयू नगर में बनने वाले इस एलिवेटेड पुल से आम जनता को जाम की समस्या से काफी राहत मिलेगी। सेतु निगम ने पीडब्ल्यूडी की जमीनों को तोड़ने के लिए खर्च का ब्योरा भी विभाग से मांगा है। वहीं, शासन की ओर से एलिवेटेड पुल का डीपीआर मांगा गया है।
पीडीडीयू नगर में सुभाष पार्क से चकिया तिराहे तक 16.5 मीटर चौड़ा फोरलेन एलिवेटेड पुल के निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा पुल के नीचे आवागमन के लिए दोनों तरफ सात-सात मीटर की चौड़ी सड़क के अलावा एक-एक मीटर की नाली बनायी जाएगी। शासन के निर्देश पर सेतु निगम डीपीआर तैयार करने में जुटा है।
सेतु निगम ने बिजली के पोल, पानी की पाइप लाइन हटाने व मार्ग निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बने भवनों को तोड़ने आदि में खर्च का ब्योरा विभाग से मांगा गया है। इसके मिलते ही डीपीआर भेज दी जाएगी।
जाम की समस्या से नगर को निजात दिलाने के लिए लगातार एलिवेटेड पुल निर्माण की योजना को धरातल पर उतारने के लिए कवायद तेज हो गई है। सेतु निगम की ओर से बिजली, दूरसंचार, पीडब्ल्यूडी और जल निगम से आग्रण राशि के बाबत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है।
दोनों तरफ नाली भी बनायी जाएगी
सेतु निगम के अधिकारियों की अनुसार, सुभाष पार्क से चकिया तिराहे तक पुल की कुल लंबाई 19 सौ मीटर है। वहीं इसकी चौड़ाई 16.5 मीटर की है। एलिवेटेड पुल फोर लेन होगा। पुल के निर्माण की एक अनुमानित लागत लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये आंकी गई है। अधिकारियों के अनुसार, पुल निर्माण के दौरान ट्रैफिक आवागमन के लिए दोनों तरफ सात-सात मीटर चौड़ी सड़क व एक-एक मीटर चौड़ी नाली बनायी जाएगी।
उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रैक पार कराने के लिए लगभग 151 मीटर लंबा पुल का निर्माण होगा। हालांकि अभी तक सिर्फ जल निगम की ओर से पाइप लाइन शिफ्ट करने में आने वाले खर्च की ब्यौरा सेतु निगम को उपलब्ध कराया गया है। अधिकारियों के अनुसार आग्रण राशि का ब्यौरा मिलने के बाद शासन को डीपीआर भेजा जाएगा।
बोले अधिकारी
सेतु निगम के जेई दीनबंध मौर्या ने कहा कि शासन की ओर से एलिवेटेड पुल का डीपीआर मांगा गया है। 1900 मीटर लंबे एलिवेटेड पुल के निर्माण के लिए विभिन्न विभागों से स्टीमेट मांगा गया है। जल निगम की ओर से ब्यौरा दिया गया है, शेष विभागों ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।