Friday , January 10 2025

यूपी: बरेली कैंट में सेना के हवलदार ने साथी को मारी गोली

बरेली कैंट में शुक्रवार रात सेना के हवलदार ने देहरादून से आए सैनिक को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सैनिक यहां वीआरएस लेने के सिलसिले में आया था।

बरेली में सेना की गरुण डिवीजन में मेहता द्वार के पास गारद कमांडर के रूप में ड्यूटी कर रहे हवलदार रत्ना राजेश ने देहरादून से वीआरएस लेने आए हवलदार कमल जोशी (40) को गर्दन में गोली मार दी, इससे उनकी मौके पर ही मौत गई। सेना के अधिकारियों ने कैंट पुलिस को बुलाकर आरोपी को सौंप दिया। एसएसपी समेत अधिकारियों ने मुआयना कर फुटेज चेक की, आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

शुक्रवार रात करीब आठ बजे शाहजहांपुर हाईवे से सटे सैन्य क्षेत्र में यह घटना हुई। असम के जिला दिमहिसार के हाफलोंग निवासी कमल जोशी सेना की 6 ईएमई बटालियन में तैनात थे। फिलहाल उनकी तैनाती देहरादून में थी। उनके वीआरएस की प्रक्रिया अंतिम चरण में थी। शुक्रवार को वह नोड्यूज आदि लेने गरुण डिवीजन में आए थे।

यहां साथी हवलदार आंध्रप्रदेश के निवासी रत्ना राजेश ने संतरी ब्रजलाल की इंसास राइफल लेकर उनकी गर्दन में नीचे से गोली मार दी जो सिर में होकर निकल गई। एसएसपी सुशील घुले ने बताया कि मामला हत्या का ही है, लेकिन वजह साफ नहीं हो सकी है। आरोपी कह रहा है कि वह मजाक कर रहा था और गोली चल गई। कई फुटेज मिली हैं जिनसे घटनाक्रम साफ हो रहा है। शनिवार सुबह तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

हवलदार की हत्या के पीछे गहरा राज
सेना के हवलदार कमल जोशी की हत्या को लेकर वजह फिलहाल साफ नहीं है पर इसके पीछे कोई गहरा राज जरूर है। सीसीटीवी फुटेज और तीनों संतरी से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस कैंट थाने में आरोपी से पूछताछ कर रही है। शनिवार तक स्थिति साफ होने की उम्मीद है।

घटना के बाद एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की। फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड ने साक्ष्य जुटाए। पता लगा कि कमल व राजेश दोनों एक ही यूनिट के सैन्यकर्मी होने के नाते साथ काम कर चुके थे। देहरादून में भी वह साथ रहे थे। कमल अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले रहे थे, जिसमें मामूली औपचारिकता बची थीं। इसीलिए वह यहां आए थे। शायद पुराने संबंधों के चलते वह राजेश के साथ टहल रहे थे, इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई।

लाइव फुटेज ने खोली पोल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हवलदार राजेश यहां गारद कमांडर के तौर पर काम कर रहा था। उसके अधीन तीन संतरी गेट पर ड्यूटी कर रहे थे। पूरे घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध करा दी गई। इससे स्पष्ट हुआ कि गारद रूम के पीछे से राजेश व कमल बात करते हुए आए। राजेश ने एक संतरी से उसकी राइफल मांगी। उसे चेक किया तो राइफल में कार्बाइन नहीं थी।

फिर राजेश राइफल लेकर संतरी रूम में गया। वहां शायद उसने कार्बाइन लोड की और बाहर निकला। संतरी ने उससे राइफल मांगी पर उसने डपट दिया। कुछ बातचीत के साथ राजेश ने कमल की गर्दन के नीचे नाल रखकर फायर कर दिया। गोली कमल का सिर उड़ाते हुए निकल गई। घटना से संतरी अवाक रह गए। उन्होंने राजेश को पकड़ा और अफसरों को सूचना दी।

Check Also

हेलीकॉप्टर क्रैश में बलिदान सुधीर यादव की इनसाइड स्टोरी; कानपुर से कनेक्शन, पत्नी पटना में जज

Martyr Pilot Sudhir Yadav Inside Story: गुजरात के पोरबंदर में हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए …