कांग्रेस (Congress) के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (Premchandra Mishra) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) के कांग्रेस को पिछड़ा विरोधी बताने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि सुशील मोदी जानकारी के आभाव में हास्यास्पद बयान दे रहे हैं, उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
“मोदी को जानकारी का घोर आभाव”
प्रेमचंद्र मिश्रा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि मोदी को जानकारी का घोर आभाव है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि बिहार में पिछड़ा वर्ग से आने वाले नेता दारोगा प्रसाद राय को सर्वप्रथम मुख्यमंत्री कांग्रेस ने बनाया और उसी तरह से अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले नेता अब्दुल गफूर को भी मुख्यमंत्री कांग्रेस ने बनाया। उन्होंने कहा कि राज्य को प्रथम दलित मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री के रूप में कांग्रेस ने दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सभी वर्ग के नेताओं जिसमें भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण और कायस्थ समाज शामिल है, को भी मुख्यमंत्री बनाया। मिश्रा ने भाजपा पर ही दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुशील मोदी से पूछा कि आज तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख के पद पर कोई दलित वर्ग का आदमी क्यों नहीं बैठा।
“मोदी बताएं कि भाजपा ने जातीय गणना का विरोध क्यों किया?”
कांग्रेस नेता ने मोदी से पूछा कि दलित नेता बंगारू लक्ष्मण को भाजपा अध्यक्ष पद से क्यों हटाया गया। उन्होंने मोदी से पूछा कि बिहार में कर्पूरी ठाकुर की सरकार को किसने गिराया। क्या यह सच नहीं कि भाजपा ने स्व. ठाकुर की सरकार को गिराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर आज भी निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे कार्यरत हैं तथा पिछड़े वर्ग के नेता अभी भी कर्नाटक, तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद पर कार्यरत हैं और हाल फिलहाल तक राजस्थान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद पर पिछड़े वर्ग के कांग्रेस नेता ही बैठे थे। कांग्रेस नेता ने मोदी से कहा कि राहुल गांधी पर निराधार आरोप लगाने के बजाए ये बताएं कि भाजपा ने जातीय गणना का विरोध क्यों किया।