सोनीपत डिपो व गोहाना सब डिपो में करीब 250 कर्मचारी कार्यरत हैं। गोहाना को छोड़ दें तो सोनीपत में करीब 50 कर्मचारी ही हड़ताल में शामिल हुए हैं। बसें नहीं चलने से यात्रियों को निजी बसोंं या वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
हरियाणा में लंबित 16 मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी बुधवार सुबह चार बजे से हड़ताल पर बैठ गए। जिससे परिवहन सेवाएं बाधित हो गई है। रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल का सोनीपत बस अड्डे पर जहां मिला जुला असर देखने को मिला, वहीं गोहाना सब डिपो में रोडवेज कर्मचारियों ने बसों का चक्का जाम रखा। जिससे विभिन्न रूटों पर जाने वाले यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। बसें नहीं चलने से यात्रियों को निजी बसोंं या वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
बस अड्डा परिसर में हड़ताल पर बैठे रोडवेज कर्मचारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के सोनीपत डिपो प्रधान मनजीत पहल ने बताया कि हड़ताल के चलते सभी की छुट्टियां रद्द कर दी थी। परिवहन समिति की बसें व किलोमीटर स्कीम की बसें तड़के ही विभिन्न रूटों पर निकल गई थी। वहीं कई रूटों पर रोडवेज की बसें भी रवाना हुई हैं। उन्होंने बताया कि सोनीपत डिपो व गोहाना सब डिपो में करीब 250 कर्मचारी कार्यरत हैं। गोहाना को छोड़ दें तो सोनीपत में करीब 50 कर्मचारी ही हड़ताल में शामिल हुए हैं।
गोहाना में रहा चक्का जाम
गोहाना सब डिपो में रोडवेज कर्मियों ने पूरी तरह चक्का जाम रखा। बस अड्डे में रोडवेज बसों के पहिये थमे रहे। जिसके चलते यात्रियों को निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ा। रोडवेज कर्मचारियों ने सुबह ही बस अड्डे में निजी बसों का प्रवेश बंद कर दिया था। रोडवेज यूनियन के नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही। जिसके चलते उन्होंने 24 जनवरी को एकदिवसीय चक्का जाम करने का आह्वान किया था। इस मौके पर संजीव स्वामी, अशोक पांचाल, संदीप व अन्य रोडवेज कर्मी मौजूद रहे।