पंजाब में पराली जलाने के बढ़ते मामलों के बीच एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को सूबे में 1360 जगह पराली जलाई गई। इस सीजन में अब तक पराली जलने की कुल 14173 घटनाएं दर्ज की गई हैं। वहीं, बठिंडा समेत राज्य के सात शहरों का एक्यूआई शनिवार को भी खराब श्रेणी में बना रहा। 385 एक्यूआई के साथ बठिंडा पंजाब में सबसे प्रदूषित शहर रहा।
शनिवार को सबसे अधिक 240 मामले सीएम भगवंत मान के गृह जिले संगरूर से सामने आए हैं। इसके बाद 140 मामले फिरोजपुर, 112 बठिंडा, 116 तरनतारन, 92 बरनाला, 23 अमृतसर, 74 लुधियाना, 54 कपूरथला, 67 जालंधर, 49 पटियाला और 70 मामले मोगा जिले से सामने आए। साल 2021 में चार नवंबर को पराली जलाने के 3032 मामले आए थे जबकि 2022 में 2437 मामले रिपोर्ट हुए थे। वहीं, इस समय तक साल 2021 में पराली जलाने के कुल मामलों की गिनती 23465 और साल 2022 में 26583 पहुंच गई थी।
सांस संबंधी मरीजों की परेशानी बढ़ी
राज्य में सांस संबंधी मरीजों के लिए स्थिति खराब होती जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें सुबह की सैर से परहेज करना चाहिए। बठिंडा का एक्यूआई शनिवार को भी 300 के पार रहा। शुक्रवार को एक्यूआई का स्तर 338 था, जो शनिवार को बढ़कर 385 पहुंच गया। इसी तरह से अमृतसर का एक्यूआई 248 से बढ़कर 282, जालंधर का 268 से बढ़कर 295, खन्ना का 249 से 265, लुधियाना का 228 से बढ़कर 289, मंडी गोबिंदगढ़ का 277 और पटियाला का 243 से बढ़कर 247 दर्ज किया गया।