सुरजीत हॉकी सोसाइटी के सीईओ इकबाल सिंह संधू ने कहा कि पाकिस्तान की दो टीमों ने सुरजीत हॉकी में खेलने की इच्छा जताई थी और तैयारियां भी पूरी हो चुकी थीं। टीमों के रुकने व ट्रांसपोर्ट का बंदोबस्त हो चुका था लेकिन पांच दिन पहले ही केंद्र ने दोनों टीमों को वीजा देने से इन्कार कर दिया है।
जालंधर में आयोजित सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम नहीं खेल पाएगी। केंद्र सरकार ने दोनों टीमों को वीजा देने से इन्कार कर दिया है। इससे हॉकी प्रेमी काफी निराश हैं। वहीं, हॉकी प्रमोटर सवाल कर रहे हैं कि क्रिकेट टीम को वीजा मिल जाता है लेकिन हॉकी टीम को नहीं। हालांकि, चेन्नई में हॉकी चैंपियनशिप में पाकिस्तान टीम ने हिस्सा लिया था। पंजाब को हॉकी खिलाड़ियों की नर्सरी माना जाता है। यहां के खिलाड़ियों के बलबूते ही भारत ने एशिया कप जीता था।
पहले कई बार पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुकी है। आयोजकों को उम्मीद थी कि टीमों के वीजा को मंत्रालय से हरी झंडी मिल सकती है। वर्ष 2011, 2012, 2013, 2014 में पाकिस्तान की पुरुष व महिला टीमें हिस्सा ले चुकी हैं। सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट 25 अक्तूबर से तीन नवंबर तक चलेगा। इसमें पाकिस्तान की दो टीमों के अलावा 18 टीमें हिस्सा लेने वाली थीं। रेलवे, इंडियन ऑयल, पीएनबी दिल्ली, पंजाब एंड सिंध बैंक, आरसीएफ कपूरथला, एफसीआई दिल्ली, सीआरपीएफ दिल्ली, भारतीय वायु सेना, सीएजी दिल्ली, सीआईएसएफ दिल्ली, आर्मी इलेवन, आईटीबीपी जालंधर, भारतीय नौसेना मुंबई, एयर इंडिया, मुंबई, ओएनजीसी दिल्ली, पंजाब पुलिस, ईएमई जालंधर और बीएसएफ जालंधर टीमें टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं।
सुरजीत हॉकी सोसाइटी के सीईओ इकबाल सिंह संधू ने कहा कि पाकिस्तान की दो टीमों ने सुरजीत हॉकी में खेलने की इच्छा जताई थी और तैयारियां भी पूरी हो चुकी थीं। टीमों के रुकने व ट्रांसपोर्ट का बंदोबस्त हो चुका था लेकिन पांच दिन पहले ही केंद्र ने दोनों टीमों को वीजा देने से इन्कार कर दिया है। सुरजीत हॉकी सोसाइटी के उपाध्यक्ष राणा टुट व सुरिंदर सिंह भापा ने कहा कि ऐसा माना जा रहा था कि भारत-पाक का तनाव खेल पर नहीं पड़ेगा और लोगों को बेहतर मुकाबले देखने को मिलेंगे। चेन्नई में एशियन ट्रॉफी हुई थी, जिसमें पाकिस्तान की हॉकी टीम ने हिस्सा लिया था लेकिन पंजाब में टूर्नामेंट के लिए वीजा नहीं दिया गया। यह समझ से परे है।