हर महिला के लिए वजाइनल हेल्थ बहुत ज्यादा जरूरी होती है। अगर किसी महिला की वजाइनल हेल्थ ठीक है, तो उसे उठने-बैठने में कोई समस्या नहीं होगी। अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट के कारण वजाइना में समस्या हो सकती है। यह वजाइनल खुजली, इरिटेशन, जलन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। वहीं कुछ महिलाओं को वजाइना में दर्द होने की समस्या होती है। कुछ कारणों में यह हैवी वर्कआउट या अचानक चोट लगने का कारण हो सकता है। लेकिन अन्य कारणों में लाइफस्टाइल और सेहत से जुड़ी समस्याएं भी इसका कारण हो सकती है। इन समस्याओं के बारे में जानने के लिए हमने बात की बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से, जिन्होनें इस बारे में हमसे खास जानकारी साझा की।
वजाइनल पैन के साथ होने वाली अन्य समस्याएं –
वजाइना में दर्द होने के साथ अक्सर महिलाओं को वजाइनल ड्राईनेस, खुजली, जलन, वजाइनल डिस्चार्ज, बदबू आना, अनकंफर्ट महसूस होना, सेक्स के दौरान दर्द होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
वजाइना में दर्द के कारण-
बैक्टीरियल इंफेक्शन
कुछ खास प्रकार के बैक्टीरियल इंफेक्शन वजाइना में दर्द का कारण बन सकते हैं। कुछ बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसे क्लैमाइडिया और गोनोरिया योनि में ही इंफेक्शन बनाने लगते हैं, जिसके कारण योनि में असहनीय दर्द की समस्या हो सकती है।
यूटीआई का कारण
वजाइना में दर्द का मुख्य कारण यूटीआई भी हो सकता है। बैक्टीरिया यूरीनरी ट्रेक्ट में रुककर संक्रमण पैदा कर सकता है। इसके कारण यूरीनरी ट्रेक्ट और इसके आसपास के हिस्से में दर्द का आभास हो सकता है। विशेष रूप से यूरिन पास करते समय दर्द या जलन हो सकती है।
वायरल इंफेक्शन
वजाइनल पैन का मुख्य कारण वायरल इंफेक्शन भी हो सकता है। कुछ वायरस योनि में संक्रमण और दर्द का कारण भी बन सकते हैं। वहीं कुछ अन्य वायरस योनि के बाहर घाव और छाले पैदा कर सकते हैं जो काफी दर्दनाक भी हो सकते हैं।
मेनोपॉज के बाद
मेनोपॉज के बाद शरीर में कई प्रकार के बदलाव आते हैं। इस दौरान महिलाओं में शारीरिक रूप से ज्यादा बदलाव देखने को मिलते हैं। लेकिन यह भी वजाइना में दर्द का कारण भी बन सकता है। मेनोपॉज के बाद वजाइना में प्राकृतिक रूप से चिकनाई महसूस होने लगती है। इससे योनि में सूखापन हो सकता है, जिसके कारण जलन या दर्द की समस्या भी हो सकती है।
पैन सिंड्रोम का कारण
पैन सिंड्रोम वजाइनल पैन का एक कम सामान्य कारण हो सकता है। आमतौर पर यह दर्द संभोग के दौरान हो सकता है, लेकिन इसे सिंड्रोम की तरह लिया जा सकता है।
अगर आपको काफी समय से इस समस्या से गुजरना पड़ रहा है, तो बिना देरी किये डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। इससे समस्या का समय पर पता लगेगा और समाधान करना आसान होगा।