असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मणिपुर की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि राज्य में स्थिति 7 से 10 दिनों के भीतर सुधर जाएगी। इस बयान पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने रविवार को पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नेता मणिपुर में ‘अपनी नाक नहीं घुसाएंगे’और दूर रहें तो इससे मदद मिलेगी।
7-10 दिनों के भीतर सुधर जाएगी मणिपुर की स्थिति
पूर्व गृह मंत्री ने यह भी कहा कि अगर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह सीएम पद से इस्तीफा दे दें और पूर्वोत्तर राज्य में कुछ महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए तो इससे मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि सरमा ने शनिवार को कहा था कि पड़ोसी राज्य मणिपुर में स्थिति 7-10 दिनों के भीतर सुधर जाएगी, राज्य और केंद्र सरकारें शांति बहाल करने के लिए ‘चुपचाप’ काम कर रही हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि विपक्षी दल तब अपनी चिंता दिखा रहा है जब ‘पूर्वोत्तर राज्य में अपेक्षाकृत शांति आ गई है।’
चिदंबरम ने किया कटाक्ष
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच 3 मई को पहली बार शुरू हुई झड़प के बाद से जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है। एक ट्वीट में चिदंबरम ने कहा, ‘असम के सीएम ने वादा किया है कि एक हफ्ते में मणिपुर में शांति लौट आएगी। इससे मदद मिलेगी अगर वह मणिपुर के संघर्ष में अपनी नाक न घुसाए और दूर रहे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बीरेन सिंह सीएम पद से इस्तीफा दें और कुछ महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लगा दें तो भी सही रहेगा।
सरमा का दावा
शनिवार को डिब्रूगढ़ में एक कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से बात करते हुए, भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के संयोजक सरमा ने कहा, ‘मणिपुर में स्थिति दिन-ब-दिन बेहतर हो रही है। मेरा मानना है कि अगले एक हफ्ते से 10 दिन में और सुधार होगा। सरमा ने दावा किया कि पिछले महीने में मणिपुर में ‘काफी सुधार’ हुआ है।