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हड्डियों की समस्या 30 के बाद से ही शुरू हो सकती है, जानें इसके कुछ मुख्य कारण-

आपके डाइट में पोषण की कमी का प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है। युवाओं को जंक फूड खाना बेहद पसंद होता है। इसके अलावा वह तले-भूने आहार को खाना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन, उनकी इस आदत का असर 30 के बाद ही दिखने लगता है। जंक फूड व तले-भूने आहार से आपको पर्याप्त पोषण नहीं मिलता है, जो आगे चलकर आपकी हड्डियों की समस्या का एक मुख्य कारण बन सकता है। कैल्शियम युक्त आहार न खाने से बोन डेंसिटी कमजोर हो जाती है। 30 से अधिक आयु की महिलाओं को हार्मोन बदलाव के कारण भी बोन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में पुणे खराड़ी स्थिति मणिपाल अस्पताल के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एंड आर्थोस्कॉपी सर्जन विभाग के कंसलटेंट डॉ. निखिल पानसरे  ने महिलाओं की बोन डेंसिटी कम होने के कारण और बचाव को विस्तार से बताया।

महिलाओं में 30 के बाद बोन डेंसिटी कम होने के कारण –

पोषक तत्वों की कमी

कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की कमी वाले आहार का सेवन करने से बोन डेंसिटी में कम होने का खतरा बढ़ सकता है। हड्डियों के लिए कैल्शियम एक आवश्यक विटामिन माना जाता है।

शारीरिक एक्टिविटी में कमी

हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शारीरिक गतिविधि आवश्यक होती है। लाइफस्टाइम में व्यायाम को शामिल न करना और शारीरिक गतिविधियों में कमी की वजह से भी हड्डियों में कमजोरी हो सकती है।

हार्मोनल परिवर्तन

मेनोपॉज के बाद महिलाओं को एस्ट्रोजन के स्तर में महत्वपूर्ण गिरावट का अनुभव होता है। बोन डेंसिटी को बनाए रखने के लिए एस्ट्रोजन आवश्यक है, और जब स्तरों में गिरावट आती है, तो हड्डियों का नुकसान तेज हो जाता है। इसके अलावा, अन्य हार्मोन जैसे पैराथायराइड हार्मोन (पीटीएच) और थायराइड हार्मोन हड्डी के चयापचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और इन हार्मोनों में असंतुलन हड्डियों के नुकसान में योगदान कर सकते हैं।

आनुवंशिक कारण

जिन लोगों के परिवार में पहले किसी सदस्य को हड्डियों से जुड़ी समस्या होती है, उन लोगों को बोन डेंसिटी में कमी होने का जोखिम अधिक होता है। यदि किसी परिवार के सदस्य को ऑस्टियोपोरोसिस व बोन डेंसिटी की समस्या होती है, ऐसे में ये समस्या आनुवांशिक रूप से ट्रांसफर हो सकती है।

दवाओं की वजह से

हाइपरथायरायडिज्म और हाइपरपेराथायरायडिज्म आदि कुछ रोगों की दवाओं के उपयोग से भी बोन डेंसिटी में भी कमी आ सकती है। यदि आप ऐसी दवाएं ले रहे हैं, तो ऐसे में आपको डॉक्टर सलाह लेनी चाहिए। महिलाओं में 30 के बाद बोन डेंसिटी में आने वाली कमी से कैसे बचाव करें?

संतुलित आहार लें

कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य पोषक तत्व से युक्त आहार लेने से आप बोन डेंसिटी को बेहतर कर सकते हैं। डेयरी उत्पाद, हरी पत्तेदार सब्जियों और दालों को डाइट में शामिल  करने से आप हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

नियमित रूप से व्यायाम करें

बोन डेंसिटी को इंप्रूव करने के लिए आप लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज को शामिल कर सकते हैं। इसमें आप वेट लिफ्टिंग, जॉगिंग और वॉकिंग को दिनचर्या मे शामिल करें।

शराब और धूम्रपान न करें

स्मोकिंग आपकी हड्डियों के नुकसानदायक होती है। धूम्रपान न करने से आप लो बोन डेंसिटी की समस्या को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको शराब का सेवन भी कम करना चाहिए।

नियमित जांच करवाएं

समय पर लो बोन डेंसिटी की पहचान कर आप इस समस्या से बचाव कर सकते हैं। इसके लिए आप नियमित रूप से जांच कराते रहें। एक्सरसाइज करने से आप कई तरह की समस्याओं को बच सकते हैं। इससे हाथों का मूवमेंट बना रहता है और हड्डियों की समस्याएं से बचाव होता है।

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