असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने गुरुवार को कहा कि फिल्म द केरल स्टोरी पर प्रतिबंध लगाने से किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी क्योंकि यह फिल्म किसी समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि आतंकवाद के खिलाफ है। सरमा ने गुवाहाटी में एक मल्टीप्लेक्स में अपने परिवार के सदस्यों और कैबिनेट सहयोगियों के साथ यह फिल्म देखी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि बंगाल में क्या हो रहा है, लेकिन फिल्म पर प्रतिबंध लगाने से कोई उद्देश्य पूरा नहीं होगा।
मासूम लड़कियों के खिलाफ साजिश: सीएम हिमंता
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म मुस्लिम समुदाय की लड़कियों सहित मासूम लड़कियों के खिलाफ साजिश को दिखाती है। इसलिए, फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का फैसला मुझे लगता है गलत है। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि प्रतिबंध करने से पहले ममता बनर्जी को फिल्म देखनी चाहिए थी। तब उन्हें एहसास होता कि फिल्म का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है।
सीएम ने माता-पिता से बच्चों पर नजर रखने का किया आग्रह
सरमा ने कहा कि फिल्म धर्म के नाम पर आतंकवादी संगठनों के क्रूर मंसूबों को उजागर करती है। असम के लोगों से उन्होंने अपील की कि वे अपने परिवारों के साथ फिल्म देखें, खासकर बच्चियों के साथ। उन्होंने माता-पिता से भी आग्रह किया कि वे बच्चों पर नजर रखें और उस पर भी जिनके साथ वे दोस्ती करते हैं। उन्होंने फिल्म के निर्माता, निर्देशक और कलाकारों को इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर फिल्म पेश करने के लिए धन्यवाद दिया।