झारखंड: इन तीन ज़िलों में पशुओं में दिखा लंपी वायरस जैसे लक्षण, पशुपालन विभाग ने जारी किया एडवाइजरी
झारखंड सरकार ने तीन जिलों- रांची, देवघर और चतरा में मवेशियों में गांठ जैसे लक्षण पाए जाने से चिंतित झारखंड सरकार ने मंगलवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। हालांकि, अभी तक जिलों से गोजातीय पशुओं की वायरल संक्रमण से मौत की खबर नहीं आई है।
मवेशियों में लंपी वायरस जैसे लक्षणों के बीच झारखंड में अफ्रीकी स्वाइन बुखार की पृष्ठभूमि में 1,000 से अधिक सूअरों की मौत हो गई।
एक अधिकारी ने कहा कि रांची, देवघर और चतरा में मवेशियों में लम्पी वायरस जैसे लक्षण सामने आए हैं। हम इसकी पुष्टि करने की प्रक्रिया में हैं और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए हैं और तुरंत इसकी पुष्टि के लिए आईसीएआर – राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी), भोपाल को नमूने भेजे हैं।
इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पशुपालन विभाग ने सभी 24 जिलों को एडवाइजरी जारी कर कहा है कि यदि उनके संबंधित क्षेत्रों में लंपी स्किन रोग का ऐसा कोई मामला सामने आता है तो वे नमूने भेजें।
लंपी स्किन रोग (एलएसडी) एक संक्रामक वायरल संक्रमण है जो मवेशियों को प्रभावित करता है और बुखार, स्किन पर गांठ का कारण बनता है, और इससे मृत्यु भी हो सकती है।
गुजरात, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा सहित आठ से अधिक राज्यों में लंपी स्किन रोग के कारण जुलाई से अब तक 67,000 से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में, राज्य इस बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए ‘गोट पॉक्स’ के टीके का उपयोग कर रहे हैं।