कर्नाटक में भाजपा कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारे (Praveen Kumar Nettare Murder Case) हत्याकांड की जांच अब हत्या के पीछे के अदृश्य हाथों की ओर केंद्रित हो गई है। पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले को राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया है। क्योंकि ऐसा संदेह है कि केरल से संचालित एक सुव्यवस्थित नेटवर्क का हाथ राज्य में हिंदू कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के पीछे है।
26 जुलाई को हुई थी प्रवीण की हत्या
दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे कस्बे में 26 जुलाई को बाइक सवार बदमाशों ने प्रवीण की हत्या कर दी थी। कर्नाटक पुलिस ने हत्या के दो दिन बाद जाकिर सवानुरु और शफीक बेल्लारे को गिरफ्तार कर लिया। इसके एक हफ्ते बाद अधिकारियों ने सद्दाम और हैरिस को भी पकड़ लिया। रविवार को पुलिस ने आबिद और नौफुल को भी गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी दक्षिण कन्नड़ जिले के 20 साल के युवा हैं।
Investigations into the BJP activist #PraveenKumarNettare murder case is now focused towards the invisible hands behind the killing even as #Karnataka police has nabbed six persons so far. pic.twitter.com/KVBg9jgUYH
— IANS (@ians_india) August 8, 2022
केरल स्थित कट्टरपंथी संगठनों पर NIA की होगी नजर
कर्नाटक पुलिस ने घोषणा की थी कि मामला NIA को सौंपे जाने से पहले, वे सभी हत्यारों को पकड़ लेगी। अब, सूत्र बताते हैं कि NIA इस मामले में केरल स्थित कट्टरपंथी संगठनों की भूमिका पर ध्यान देगी। यह भी संदेह है कि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या एक विदेशी आतंकवादी संगठन के इशारे पर की गई थी।
प्रवीण का हत्यारा अभी भी फरार
सुपारी किलर, जिसने प्रवीण की हत्या की थी, अभी भी फरार हैं। एनआइए भी मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी पर ध्यान दे रही है।
संदेश भेजने पर की गई हत्या
जांच से पता चला है कि प्रवीण की हत्या एक संदेश भेजने के लिए की गई थी क्योंकि वह हलाल कटे हुए मांस के खिलाफ अभियान में सक्रिय रूप से शामिल था। आगे की जांच जारी है।