ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में बेहद फायदेमंद है दालचीनी, इस तरह करें इस्तेमाल
आज खानपान की गलत आदतें और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग ब्लड प्रेशर के शिकार हो रहे हैं। हाई ब्लड प्रेशर दिल ही नहीं कई अन्य रोगों का भी कारण बनता है। जिसका उपचार दालचीनी का सेवन करके किया जा सकता है। दालचीनी में प्रोटीन, पोटैशियम, जिंक, थियामिन, राइबोफ्लेविन, लाइकोपीन, कैल्शियम और फाइबर पाए जाते हैं। इतना ही नहीं इसमें आयरन, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं।
दालचीनी के फायदे
-कोलेस्ट्रोल लेवल रखें कम-
दालचीनी में मौजूद फाइबर, विटामिन बी और मैग्नीशियम कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। दालचीनी का सेवन न सिर्फ पाचन तंत्र ठीक रखता है बल्कि शरीर में फैट भी जमा नहीं होने देता।
ब्लड वेसल्स में आराम-
हाइपरटेंशन की वजह से ब्लड वेसल्स पर अधिक दबाव पड़ता है। जिसकी वजह से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हार्ट स्ट्रोक, अटैक और हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में दालचीनी के सेवन नसों को काफी आराम देने के साथ रक्त संचार ठीक रखता है।
पोटैशियम से भरपूर दालचीनी-
ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने के लिए शरीर में सोडियम की मात्रा का संतुलित होना बेहद जरूरी होता है। यही वजह है कि हाइपरटेंशन के मरीजों को सोडियम का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है। सोडियम की मात्रा को संतुलित रखने के लिए पोटैशियम की मात्रा अधिक लेने की आवश्यकता होती है। जिसके लिए आप दालचीनी को उबालकर उसका पानी पी सकते हैं।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर
हाई बीपी की वजह से आपके दिमाग की नसों में सूजन आने के साथ आपको तेज सिर दर्द की भी शिकायत हो सकती है। ऐसे में आप दालचीनी का सेवन कर सकते है। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण आपको राहत देने का काम करेंगे।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने के लिए ऐसे करें दालचीनी का उपयोग-
-ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए रातभर दालचीनी भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इसका पानी पी लें।
-शाम के समय दालचीनी उबालकर इसका पानी पीने से भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में लाभ मिलता है।
-नसों में आराम के लिए आप दालचीनी पीसकर उसके पाउडर को शहद के साथ मिलाकर खा सकते है।
– आप दालचीनी की चाय भी बना सकते है। इसमें आप अदरक, तुलसी और गुड़ मिला सकते है।