Bihar Politics RJD’s Statement on Nitish Kumar Sparks Political Speculation: अगले साल अक्टूबर में बिहार विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो सकता है। इससे पहले राज्य में सियासी भूचाल आ गया है। RJD ने नीतीश पर बड़ा बयान देकर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।
Bihar Politics RJD on Nitish Kumar:(अभिषेक कुमार) बिहार विधानसभा चुनाव को 1 साल से भी कम समय बचा है। ऐसे में बिहार का सियासी पारा अभी से आसमान छूने लगा है। नीतीश के पाला बदलने की अटकलें फिर से तेज हो रही हैं। वहीं संसद में शुरू हुए अंबेडकर विवाद ने इन अफवाहों को और भी ज्यादा हवा दे दी है। इसी बीच लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी बड़ा बयान देकर बिहार की राजनीति में खलबली मचा दी है।
NDA से क्यों नाराज हुए नीतीश कुमार?
पिछले कई दिनों से खबरें सामने आ रही हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार NDA से नाराज चल रहे हैं। संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान का असर बिहार की राजनीति पर भी देखने को मिल रहा है। नीतीश कुमार भी पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में बेशक अंबेडकर विवाद पर नीतीश ने चुप्पी साध रखी है, मगर आगामी चुनाव के मद्देनजर यह चर्चा तेज हो गई है कि नीतीश कुमार फिर से पार्टी बदल सकते हैं।
अमित शाह के बयान ने बढ़ाई नाराजगी?
नीतीश की नाराजगी को गृह मंत्री अमित शाह के एक और बयान ने हवा दे दी। दरअसल हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू के दौरान बिहार चुनाव का जिक्र हुआ। इसी बीच जब गृह मंत्री से पूछा गया कि क्या अगर बिहार में NDA दोबारा जीतेगी तो नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। इस सवाल पर अमिता शाह ने चुप्पी साध ली। ऐसे में अमित शाह की यह चुप्पी कई लोगों को खटकने लगी है।
RJD ने दिए संकेत
नीतीश और NDA में छिड़ी तकरार पर विपक्ष ने भी हाथ साफ करना शुरू कर दिया है। तेजस्वी यादव समेत RJD की बयानबाजी ने नीतीश के पाला बदलने की खबरों को हवा दे दी है। हाल ही में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हाजीपुर के एक कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान RJD नेता शक्ति यादव ने बड़े खेले की तरफ इशारा किया। नीतीश कुमार के साथ आने के सवाल पर शक्ति ने कहा कि पार्टियों के बीच मतभेद से ज्यादा जरूरी है राष्ट्र और लोकतंत्र। इसलिए राजनीति में सभी तरह की संभावनाओं के लिए दरवाजे खुले हैं।
चुनाव से पहले होगा उलटफेर?
RJD प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि आगे-आगे देखिए होता है क्या? बदले राजनीतिक माहौल में अगर राष्ट्र और लोकतंत्र को बचाने के लिए दोनों साथ आते हैं तो इसमें कोई अचरज नहीं होना चाहिए। शक्ति यादव के इस बयान के बाद नीतीश के पार्टी बदलने की खबरों ने तूल पकड़ लिया है। हालांकि नीतीश कुमार पहले भी कई बार साफ कर चुके हैं कि वो अपनी गलती को बार-बार नहीं दोहराएंगे। अब वो NDA के साथ ही रहेंगे। मगर इसके बावजूद विधानसभा चुनाव के कारण राज्य की सियासत में बड़े उलटफेर के कयास लगाए जा रहे हैं।