दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धमकी देकर चर्चा में आए बैंक प्रबंधक अंकित गोयल ने न सिर्फ जीएम दफ्तर में आग लगाई थी, बल्कि उसकी करतूत से ट्यूलिप ग्रेस टावर जलने से बचा था। उसने अपार्टमेंट की पार्किंग में खड़ी अपनी पत्नी की कार में भी आग लगा दी थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धमकी देकर चर्चा में आया बैंक प्रबंधक अंकित गोयल आगजनी करके फरार हो गया है। उसने जीएम दफ्तर में आग लगाने से पहले पत्नी की कार फूंक दी थी। इससे ट्यूलिप ग्रेस टावर में बड़ा अग्निकांड होने से बच गया। अंकित की हरकतों से टावर के लोग सहमे हैं, उन्होंने प्रेमनगर पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। वहीं, सीडीओ दफ्तर में आगजनी की कोशिश के मामले में अंकित के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बरेली में बैंक ऑफ बड़ौदा की स्टेशन रोड शाखा में सहायक प्रबंधक अंकित गोयल ने केजरीवाल को धमकी दी थी। दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। हालांकि उसी दिन उसे जमानत मिल गई लेकिन बैंक प्रबंधन ने उसे निलंबित कर दिया था। कार्रवाई से नाराज होकर अंकित गोयल ने बुधवार को बैंक के महाप्रबंधक दफ्तर में आग लगा दी थी।
सीडीओ दफ्तर में भी की थी आगजनी की कोशिश
उसने विकास भवन स्थित सीडीओ दफ्तर में भी आगजनी की कोशिश की थी। इससे पहले उसने ट्यूलिप ग्रेस टावर के बेसमेंट में जाकर पत्नी मेघा दुबे की बलेनो कार में आग लगाई थी। चूंकि सोसायटी के लोगों ने फायर अलर्ट सिस्टम लगा रखा है तो धुआं निकलते ही तत्काल पानी के स्रोत खुल गए और बड़ी घटना टल गई। हालांकि कार बुरी तरह जल गई, पास खड़ी स्कूटी भी चपेट में आ गई। बताया जा रहा है कि अंकित निलंबन के बाद से बैंक के अफसरों व मॉनीटरिंग करने वाले विकास विभाग के अफसरों से नाराज है।
अंकित से अलग अकेले रह रही हैं मेघा
अंकित की पत्नी मेघा दुबे बैंक ऑफ बड़ौदा की डेलापीर शाखा में प्रबंधक हैं। बैंक प्रबंधन ने अंकित का पता ट्यूलिप ग्रेस सोसायटी पुलिस को बताया है जबकि वहां जाने पर पता लगा कि मार्च से मेघा अकेली ही यहां रह रही थीं। अंकित उन पर भी भड़का हुआ है और शायद इसी वजह से इन दिनों वह भी कहीं और रह रही हैं।
अंकित अब सर्किट हाउस के पास कहीं रहने लगा है। उसने गृहकर भत्ते के लिए उस जगह का पता भी बैंक में दाखिल किया है। बुधवार सुबह बैंक प्रबंधन की ओर से पुलिस को शार्ट सर्किट से आग की सूचना दी गई थी। जबकि आग लगाने के दौरान बैंक के कर्मचारियों से अंकित की छीनाझपटी भी हुई थी।
बैंक प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल
शाम तक बैंक अधिकारी मीडिया से बात नहीं कर रहे थे और पूरे घटनाक्रम पर पर्दा डालने की कोशिश की गई। जब पुलिस अधिकारियों ने कॉल करके कहा तो रात नौ बजे के करीब तहरीर दी गई। तहरीर में बैंक में सही पता होने के बाद भी गलत पता लिखा गया। ऐसे में बैंक प्रबंधन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि इस बारे में नोटिस देकर बैंक प्रबंधन से भी पूछताछ की जाएगी।